कानपुर। टीम इंडिया के दाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज जैकब मार्टिन की हालत काफी खराब है। वह बड़ौदा के अस्पताल में भर्ती हैं। जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे मार्टिन के इलाज के लिए पैसों की कमी भी पड़ गई। उनके परिवार ने क्रिकेट से जुड़ी संस्थाओं से अपने पति के ट्रीटमेंट के लिए पैसे जुटाने की अपील की है। बता दें मार्टिन का बीते साल दिसंबर में एक्सीडेंट हो गया था जिससे उन्हें फेफड़े और लीवर में चोटे आईं हैं। जैकब की पत्नी ने बीसीसीआई से भी मदद की गुहार लगाई थी, हालांकि बोर्ड ने अपने पूर्व खिलाड़ी की पांच लाख रुपये की मदद की है। इसके अलावा बड़ौदा क्रिकेट संघ ने भी जैकब के इलाज के लिए तीन लाख रुपये दिए।

अस्पताल ने दवाईयां देने से किया मना
बड़ौदा क्रिकेट संघ के पूर्व सचिव संजय पटेल ने कहा, 'जैकब के एक्सीडेंट के बारे में पता चलते ही मै उनके परिवार की हर संभव मदद करने के लिए तैयार हूं। इसके अलावा मैंने जैकब के चाहने वालों जिनमें पूर्व बीसीए अध्यक्ष समरजीत सिंह जी गायकवाड़ शामिल हैं, उनसे भी मदद करने के लिए कहा। गायकवाड़ ने एक लाख रुपये दिए हैं। इलाज के लिए अभी तक कुल पांच लाख रुपये इकठ्ठा हो चुके हैं।' हालांकि पटेल का कहना है कि अस्पताल का बिल 11 लाख से ज्यादा हो गया। ऐसे में अस्पताल ने दवाईयां भी बंद करवा दी हैं।

गांगुली की कप्तानी में किया था डेब्यू
जैकब मार्टिन ने साल 1999 में टीम इंडिया में इंट्री मारी थी। उस वक्त टीम इंडिया के कप्तान सौरव गांगुली थे। जैकब ने पहला वनडे मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला। दाएं हाथ के इस मध्यक्रम बल्लेबाज का करियर ज्यादा लंबा नहीं चल सका था। 1999-2001 के बीच जैकब ने भारत के लिए सिर्फ 10 वनडे मैच खेले जिसमें उनका औसत 22.57 का रहा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जैकब भले ही ज्यादा नाम नहीं कमा पाए मगर घरेलू क्रिकेट में उन्होंने अपनी कप्तानी में बड़ौदा को रणजी ट्राॅफी दिलवाई।

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