चुनाव के दौरान आचार संहिता का किया था उल्लंघन

क्कक्त्रन्ङ्घन्द्दक्त्रन्छ्व: सीतापुर जिले के मूल निवासी पूर्व विधायक मनीष रावत को मंगलवार को तीन घंटे डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में कोर्ट की निगरानी में बैठना पड़ गया. वह जमानत के लिए अर्जी पर सुनवाई से पहले विशेष जज एमपी एमएलए पवन कुमार तिवारी की अदालत में सरेंडर करने पहुंचे थे. कोर्ट ने सरेंडर करने पर उन्हें न्यायिक हिरासत में लेन का आदेश दिया था.

श्री रावत के खिलाफ मुकदमा सीतापुर जिले के सिद्धौली और रामपुर कला थाने में दर्ज कराया गया था. वह 2017 में विधान सभा के प्रत्याशी थे. उन्होंने प्रचार के लिए जो होर्डिग लगवायीं उस पर अंकित कंटेंट निर्वाचन आयोग के मानकों के विपरीत था. ऐसी होर्डिंग और बोर्ड दोनो थाना क्षेत्रों में लगाये गये थे. इसी के चलते दोनों थानो में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था. स्पेशल कोर्ट बनने के बाद मामला प्रयागराज आ गया. यहां से उनके खिलाफ वारंट जारी था. इसी के अनुपालन में वह सरेंडर करने के लिए कोर्ट पहुंचे थे.