- पूर्व विधायक लक्ष्मीकांत वाजपेयी पहुंचे नगर निगम

- मेंटीनेंस का पैसा और वेतन की मांग पर अड़े कर्मचारी

मेरठ। लागातार चौथे दिन गंगाजल की आपूर्ति बंद रही। आपूर्ति बंद होने के कारण शहर में पानी का संकट होने लगा है। नगर निगम और जल निगम के अधिकारी कर्मचारियों को मनाने में जुटे रहे। लेकिन कर्मचारियों ने साफ कर दिया कि जब तक वेतन नहीं दिया जाएगा तब गंगाजल की सप्लाई शुरू नहीं की जाएगी।

पूर्व विधायक पहुंचे निगम

पूर्व शहर विधायक डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेयी बुधवार को गंगाजल बंद होने को लेकर नगर निगम पहुंच गए। नगर आयुक्त से गंगाजल बंद होने कारण पूछा। जिस पर नगर आयुक्त ने जल निगम द्वारा आपूर्ति करने की बात कही। डॉ। लक्ष्मीकांत ने जल निगम के अधिकारियों को फोन करके नगर निगम में बुला लिया। जिस पर जल निगम और नगर निगम के जलकल विभाग के अधिकारियों के बीच बैठक हुई ।

मेंटीनेंस का पैसा कौन देगा

बैठक के दौरान बात उठी कि नगर निगम को मेंटीनेंस का पैसा देना था। उधर नगर निगम का कहना था कि जल निगम को पैसों का भुगतान करना था। इस पर नगर आयुक्त ने अनुबंध की शर्तो के कागज को मंगाया। इस पर तय यह हुआ कि शासन को जल निगम की ओर एक पत्र भेजा जाए कि मेंटीनेंस का पैसा नगर निगम को देने की अनुमति दी जाए। वहीं नगर निगम की ओर से भी शासन को एक पत्र भेज दिया गया कि किस मद में मेंटीनेंस का पैसा दिया जाए।

जल निगम पहुंचे पूर्व महापौर

पूर्व महापौर हरिकांत अहलूवालिया बुधवार को जल निगम के ऑफिस पहुंच गए। गंगाजल आपूर्ति को बंद करने का कारण पूछा। जिस पर जल निगम के अधिकारियों ने बताया कि वेतन और मेंटीनेंस का पैसा न मिलने के कारण आपूर्ति को बंद किया गया है। जिस पर महापौर ने बिना सूचना के बंद करने पर नाराजगी जताई।

गंगा जल की आपूर्ति बंद करना तो गलत है। अधिकारियों की गलती का नतीजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।

संजीव गुप्ता

गंगा जल की आपूर्ति बंद होने से पानी का प्रेशर कम हो गया है। पानी कम मात्रा में आ रहा है। जिसके कारण थोड़ी परेशानी तो हो रही रही है।

मुकेश कुमार

बहुत मुश्किल से तो गंगा जल की आपूर्ति शुरू हुई थी। ऊपर से अधिकारियों को गलती की वजह से बंद हो गया। अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

पंकज तोमर

यही हाल रहा तो मेरठ स्मार्ट सिटी कहां से बनेगा। गंगाजल की आपूर्ति एक दम से बंद कर दी है। पहले इस बात का ध्यान क्यों नहीं रखा गया कि कर्मचारियों का वेतन देना है।

रवि तोमर

जल निगम के अधिकारी आए थे। उनसे बातचीत हुई है। समस्या के समाधान के लिए शासन को पत्र भेजा गया है।

मनोज कुमार चौहान, नगर आयुक्त

कर्मचारियों से बातचीत चल रही है। जल्द ही इसका समाधान कर गंगाजल की आपूर्ति शुरू करा दी जाएगी।

भारत भूषण, परियोजना प्रबंधक जल निगम