-पीएम मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम से पूर्व सीएम ने कलेक्ट्री फॉर्म स्थित केंद्र की देखी व्यवस्थाएं

-काला नमक प्रजाति सहित अन्य चावल के उत्पादन क्षमता बढ़ाए जाने पर वैज्ञानिकों से कहा

सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार की सुबह कलेक्ट्री फॉर्म स्थित अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। 29 दिसंबर को प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों को परखते हुए सीएम ने कृषि वैज्ञानिकों से काला नमक प्रजाति, राजरानी, बादशाह पसंद व ब्लैक राइस के उत्पादन क्षमता को बढ़ाए जाने पर विशेष जोर दिया। मुख्यमंत्री ने काला नमक धान का उल्लेख करते हुए इसकी उत्पादकता और गुणवत्ता बढ़ाने तथा प्रदेश एवं देश के विभिन्न क्षेत्रों की जलवायु के अनुसार पैदावार होने पर कार्य करने का सुझाव दिया। कहा कि यह केंद्र अन्नदाताओं के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने ईरी सेंटर के लैब, मीटिंग हॉल को भी देखा और अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों से वार्ता कर चावल अनुसंधान के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की। निरीक्षण के दौरान केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, सूबे के राज्यमंत्री डॉ। नीलकंठ तिवारी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी, डीएम सुरेंद्र सिंह, ईरी के निदेशक डॉ। अरविंद नाथ सिंह, प्रोजेक्ट मैनेजर साउथ एशिया टीसी डोडीयाल आदि रहे।

फिलीपींस में है मेन ब्रांच

इरी सेंटर व‌र्ल्ड में पहला है और इसकी मेन ब्रांच फिलीपींस में है। बनारस का सेंटर पूरे एशिया व अफ्रीका के लिए कार्य करेगा। धान की पैदावार व गुणवत्ता बढ़ाने, खाने में स्वादिष्ट, खुशबूदार, पौष्टिकतायुक्त आदि पर रिसर्च होगी। विभिन्न वैरायटी के धान से अच्छे जीन लेकर नई वैरायटी/डिजाइन्स वैरायटी निकालने पर कार्य होगा।