गेहूं की फसल चौपट होने से था आहत

नुकसान के सही आकलन की जांच के लिए डीएम करेंगे रेंडम चेकिंग

BAREILLY: बारिश में फसल नुकसान से मीरगंज के एक और किसान ने खुद को आग लगाकर जान दे दी। किसान के पास तीन बीघा जमीन थी। घटना को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने किसानों को सही मुआवजा दिलाने का निर्णय लिया है। वह वेडनसडे को रेंडमली किसी एरिया में जाकर जांच करेंगे।

तीन बीघा फसल में बोए थे गेहूं

ब्0 वर्षीय प्रेमपाल वर्मा रमपुरा किसान मीरगंज में रहता था। उसके परिवार में पत्‍‌नी चंपा देवी और 7 बच्चे हैं। प्रेमपाल के पास सिर्फ तीन बीघा जमीन है। इस जमीन में उन्होंने गेहूं की फसल बोयी थी। कुछ दिनों पहले तेज बारिश और ओलावृष्टि से उनकी सारी फसल खराब हो गई। इससे वह काफी परेशान थे। मंडे दोपहर करीब साढ़े तीन बजे मिट्टी का तेल उड़ेलकर आग लगा ली। उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।

पीडि़त किसानों को मिलेगा मुआवजा

वहीं दूसरी और ओलावृष्टि के बाद सभी तहसीलों में फसल के नुकसान का आकलन करा लिया गया है। करीब एक हजार किसानों की फसल का नुकसान हुआ है। जल्द ही शासन को फाइल भेज दी जाएगी। किसानों की फसल के नुकसान का सही आकलन हुआ या नहीं इसके लिए वह खुद वेडनसडे किसी एक एरिया में जाकर रेंडम चेकिंग करेंगे। चेकिंग गोपनीय रखी जाएगी। किसान की फसल का पूरा मुआवजा दिलाया जाएगा।