-कोल्हान के तीनों डिस्ट्रिक्ट में एसपी ने नक्सल प्रभावित लोगों की फैमिली से की बात

-कई लोगों को नहीं मिली नौकरी और मुआवजा

-नासुस के शंकर हेम्ब्रम भी प्रभावितों को लेकर पहुंचे थे एसएसपी ऑफिस

-सोनुवा थाना के मारे गए छह लोगों की फैमिली में नौकरी लेने वाला कोई नहीं

द्भड्डद्वह्यद्धद्गस्त्रश्चह्वह्म@द्बठ्ठद्ग3ह्ल कोल्हान में नक्सली हमले में मारे गए कई लोगों और उनकी फैमिली को अबतक दिया जाने वाला मुआवजा व नौकरी नहीं मिली है। ट्यूजडे को स्टेट के सभी एसपी से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए डीजीपी द्वारा की गई बातचीत के दौरान यह मामला सामने आया। डीजीपी नक्सल अफेक्टेड लोगों व उनकी फैमिली के लोगों से डायरेक्ट रू-ब-रू हो रहे थे। इस दौरान उन्होंने सभी एसपी को जरूरी डायरेक्शन भी दिए।

सुनाई अपनी प्रॉब्लम

ईस्ट सिंहभूम डिस्ट्रिक्ट के विभिन्न थाना एरिया जैसे श्यामसुंदरपुर, गालूडीह, चाकुलिया, बोड़ाम, घाटशिला, गुड़ाबांदा, मुसाबनी, पटमदा सहित अन्य थाना एरिया में नक्सली हिंसा से प्रभावित लोग एसएसपी ऑफिस पहुंचे थे। डिस्ट्रिक्ट के 49 नक्सल अफेक्टेड लोगों की लिस्ट डीजीपी को भेजी गई थी। इनमें से कई लोगों ने डीजी को अपनी प्रॉब्लम से अवगत कराया। इस दौरान नागरिक सुरक्षा समिति के प्रेसिडेंट शंकर हेम्ब्रम भी नक्सल प्रभावित लोगों के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंचे थे।

किसी को नौकरी नहीं, तो किसी को मुआवजा नहीं

इनमें से कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें सरकारी मुआवजा तो मिली है, लेकिन नौकरी नहीं मिली। इसके अलावा कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें नौकरी और मुआवजा नहीं मिला है। इन सभी मामलों को सुनने के बाद डीजी ने एसएसपी को सभी मामलों का जल्द से जल्द निपटारा कर रिपोर्ट देने को कहा।

छह का हुआ डिस्पोजल

सरायकेला-खरसांवा में 14 केसेज आए, जिनमें से छह केस का डिस्पोजल कर दिया गया है। इस दौरान विजय कुमार देव की वाइफ ने डीजीपी को बताया कि उसके हसबेंड की नक्सली हिंसा में डेथ हो गई थी। इसके बावजूद अबतक उसे नौकरी और मुआवजा नहीं मिला है।

पुलिस नहीं क्लर्क की जॉब चाहिए

आदित्यपुर थाना में पोस्टेड कांस्टेबल राजू सिंह की नक्सली हमले में डेथ हो गई थी। इसके बाद उनकी वाइफ को पुलिस में जॉब देने की कार्रवाई पूरी की गई, लेकिन शहीद राजू की वाइफ ने डीजीपी से कहा कि उन्हें पुलिस में नहीं बल्कि, क्लर्क की जॉब चाहिए। सराकेला एसपी ने बताया कि जनवरी में वह टाइपिंग टेस्ट में फेल हो चुकी है। उसे प्रैक्टिस करने को कहा गया है। उसने डीजीपी को यह भी बताया कि उसके बच्चे की पढ़ाई के लिए कोई खर्च नहीं मिला है। इस मामले में डीजीपी ने उचित कार्रवाई की निर्देश दिया।

27 को मिला मुआवजा

चाईबासा डिस्ट्रिक्ट में नक्सली हिंसा के 40 केस डीजीपी को भेजे गए हैं। एसपी की अनुपस्थिति में कोल्हान डीआईजी मो। नेहाल ने डीजी को बताया कि टोटल 40 में से 27 को मुआवजा दिया जा चुका है। इसके अलावा 13 मामले को होम डिपार्टमेंट को भेजा गया है। उन्होंने बताया कि 14 लोगों को जॉब भी मिल चुकी है।

एक ही फैमिली के मारे गए थे 6 लोग, नौकरी लेने वाला कोई नहीं

चाईबासा डिस्ट्रिक्ट के सोनुवा में नक्सली हिंसा में मारे गए युवकों की फैमिली को मुआवजा देने में पुलिस को प्रॉब्लम हो रही है। डीआईजी ने बताया कि नक्सली हिंसा में एक व्यक्ति के 6 बेटों की मौत हो गई थी। इसके बाद उनका बुजूर्ग पिता वहां से दूसरी जगह चला गया। पुलिस ने उसकी तलाश की, लेकिन अब उसकी उम्र जॉब करने लायक नहीं है। अब पुलिस उसे मुआवजा देने की तैयारी कर रही है।