SIMDEGA : फुटबॉल खेल के क्षेत्र में सिमडेगा जिला अपनी पहचान बनाए इसके लिए फुटबॉल प्रशिक्षक वीणा केरकेट्टा सतत प्रयास में जुटी हैं। उनके लगन व परिश्रम का ही परिणाम है कि अब जिले के फुटबॉल खिलाडि़यों को भी राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिलने लगा हैं। वीणा केरकेट्टा पूर्व में झारखंड टीम की कैप्टन भी रही है। उनकी कप्तानी में झारखंड की टीम ख्00ब् में छत्तीसगढ़ के कोरबा में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत चुकी है। वहीं उन्होंने ख्00फ् में ¨सगापुर में भी आयोजित प्रतियोगिता में भाग लिया था। उन्होंने बाद में एनआईएस कोलकाता से कोच का प्रशिक्षण लिया। इसके बाद बीपीएड भी किया।

ख्008 से दे रही है सेवा

ख्008 से वह आवासीय बालक फुटबॉल प्रशिक्षण केन्द्र, सिमडेगा में लगातार अपनी सेवा दे रही है। उनके मार्गदर्शन में खिलाड़ी फुटबॉल के गुर सीख रहे है। विदित हो कि गत वर्ष कोलकाता में आयोजित फुटबॉल प्रतियोगिता में झारखंड की टीम चैंपियन बनी थी। तब झारखंड की टीम में सिमडेगा से चार खिलाड़ी शामिल थे। वीणा केरकेट्टा बताती है कि सभी बच्चों में प्रतिभा होती है.जरूरत होती है उसे सही मागदर्शन की। अगर खिलाडि़यों को सुविधा मिले अपने देश से बड़ी संख्या में प्रतिभावान फुटबॉल खिलाड़ी उभरकर सामने आएंगे। आज फुटबॉल पूरे विश्व भर सबसे अधिक लोकप्रिय है। लेकिन सुविधाओं के अभाव में ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाएं दम तोड़ रही है।

ख्भ् बाल खिलाड़ी ले रहे है प्रशिक्षण

उन्होंने अपने सेंटर पर असुविधाओं का जिक्र करते हुए कहा कि फिलहाल उनके यहां ख्भ् बाल खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे है। लेकिन गत क्क् महीने से राशि निर्गत नहीं होने की वजह से उन्हें उधार लेकर प्रशिक्षण केन्द्र चलाना पड़ रहा है। इसके बावजूद वह अपने कर्तव्य व दायित्व को पूरा करने के लिए कृत संकल्पित है। उन्होंने यह भी बताया कि वह अन्य खिलाडि़यों को भी फुटबॉल के प्रति प्रेरित करती है। गुरुवार को भी वीणा केरकेट्टा नव वर्ष पर अपने प्रशिक्षण केन्द्र में मौजूद रही। वीणा ने बताया उनका घर गुमला जिले के सिसई के नगर चरमईया गांव में है। उन्होंने बताया कि सेंटर के बच्चे नव वर्ष के मौके पर घर चले गए हैं।