-यूपी कोऑपरेटिव बैंक का असिस्टेंट निकला सरगना

-नोट बदलने के बाद नेपाल ले जा रहे थे आरोपी

LUCKNOW :

पुराने नोट बंद हुए अरसा बीत चुका है लेकिन, कमीशनखोर अब भी उन्हें नयी करेंसी से बदलने में जुटे हैं। क्राइम ब्रांच और हजरतगंज पुलिस की संयुक्त टीम ने ऐसे ही एक गैंग को दबोचते हुए उनके कब्जे से 50 लाख रुपये के पुराने नोट बरामद किये हैं। गिरफ्त में आए गैंग का सरगना यूपी कोऑपरेटिव बैंक में असिस्टेंट मैनेजर अब भी फरार है। पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है।

नेपाल से चल रहा खेल

एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक, क्राइम ब्रांच व हजरतगंज पुलिस की संयुक्त टीम ने चेकिंग के दौरान सफेद रंग की स्विफ्ट वीएलएक्स कार (यूपी32एचए/1141) की तलाशी ली। इस दौरान कार में एक बोरे में पुराने नोटों का जखीरा देख पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। पुलिस ने कार में मौजूद फैजाबाद निवासी अमरनाथ यादव, बीकेटी निवासी राजेश कुमार गौतम, अंबेडकरनगर निवासी कृष्ण कुमार वर्मा और कन्नौज निवासी सुमित शर्मा को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके गैंग का सरगना सतीश वर्मा है। बताया गया कि सतीश एक करोड़ रुपये पुरानी करंसी के बदले 14 लाख रुपये की नयी करंसी देता था। आरोपियों ने बताया कि वे यह करंसी नेपाल में बैठे फाउंडर के पास ले जा रहे थे।