- बंधे के किनारे खनन से बने गढ्डे बारिश में बन गए हैं तालाब

- रसूलपुर के रहने वाले थे चारों, नहाने के दौरान हुई दुर्घटना

परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल
Gorakhpur@inext.co.in
GORAKHPUR: नयागांव बंधे के पास अवैध मिट्टी खनन से बने गढ्डे में भरा पानी गोरखनाथ इलाके के रसूलपुर के चार नाबालिगों के लिए काल बन गया। नहाने गए आठ नाबालिगों में से चार की डूबने से मौत हो गई। एक के डूबने के बाद दोस्त को बचाने की कोशिश में एक-एक कर तीन नाबालिग और डूब गए। पुलिस ने शवों को बाहर निकलवा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। घर के चिरागों की मौत से मृतकों के परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है।

परिवार को बिना बताए गए थे
रसूलपुर के स्व। अकरम का 15 साल का बेटा रहमत अली उर्फ निहाल, स्व। बजीउल्लाह का 13 साल का बेटा आमिन, फैजुल्ला का 14 साल का बेटा उज्जैर, मुस्तकीन का 14 साल का बेटा पिंकू, मोहल्ले के ही रमजान, फैजान, अर्शद, राहिल एक साथ शुक्रवार को नयागांव स्थित बंधे के पास अवैध मिट्टी खनन से जगह-जगह बने तालाब में नहाने गए थे। पुलिस के मुताबिक पिंकू, निहाल, उज्जैर और आमिन नहाने पानी में उतरे जबकि उनके अन्य साथी किनारे पर बैठे हुए थे। पिंकू गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। उसे बचाने के लिए एक के बाद एक कर तीनों उस ओर बढ़े और डूब गए। बाहर मौजूद दोस्तों ने शोर मचाया। आस-पास कोई दिख नहीं रहा था वह बंधे की तरफ भागे। वहां पहुंचने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। वहीं, नाबालिगों में किसी के परिवार को यह नहीं पता था कि वह तालाब पर नहाने गए हैं।

पानी में कूद गए एसओ
नाबालिगों के डूबने की सूचना पर जब तक लोग पहुंचते तब तक गोरखनाथ के थानेदार भी अपनी टीम के साथ पहुंच गए। नाबालिगों को बचाने के लिए थानेदार भी सिपाहियों के साथ तालाब में कूद गए। उन्होंने एक-एक कर चारों को बाहर निकाला। लेकिन तब तक चारों की मौत हो चुकी थी।

इकलौता बेटा था निहाल
मरने वाले चार नाबालिगों में दो के पिता का पहले ही देहौंत हो गया है। इनमें निहाल अपने मां-बाप का इकलौता बेटा था। पिता का देहांत हो चुका है। मां सुग्गी बच्चों का पालन-पोषण करती हैं। निहाल मौलाना आजाद इंटर कॉलेज का छात्र था। वहीं आमिन के पिता का भी देहांत हो चुका है। वह चार भाइयों में सबसे छोटा था। जबकि उज्जैर तीन भाइयों में बड़ा था। उसके पिता फैजुल्ला सऊदी अरब में नौकरी करते हैं। पिंकू दो भाइयों में बड़ा था। पिता मुस्तकीन घर पर रह कर मजदूरी करते हैं।

एक दूसरे को बचाने में डूबे चारों
मृतकों के दोस्तों ने बताया कि गहरे पानी में जाने से पिंकू डूबने लगा तो निहाल उसे बचाने आगे बढ़ा। लेकिन वह भी डूबने लगा। इन दोनों को बचाने में उज्जैर भी डूबने लगा तो आमिन ने कोशिश की लेकिन वह भी डूब गया।

बंधे किनारे अवैध खनन से बन गए हैं गढ्डे
बंधे से लेकर नदी के बीच तक खनन माफियाओं ने जबरदस्त तरीके से मिट्टी का खनन किया है। इससे जगह-जगह तालाब बन गया है। यह गढ्डे इस समय बरसात के पानी में लबालब भर गए हैं। गढ्डे की गहराई का बच्चों को अंदाजा नहीं हुआ जिसके चलते वे डूब गए।

शव निकलते ही मच गई चीख-पुकार
गढ्डे में डूबे नाबालिगों के शव बाहर आते ही हर तरफ चीख-पुकार मच गई। सभी के परिजन वहां पहले ही पहुंच चुके थे। लाशों के बाहर आते ही परिवार के लोग अपने कलेजे के टुकड़ो को सीने से लगाकर बिलखने लगे।