PATNA : इंजीनियर कपिल देव प्रसाद पर फायरिंग करनेवाले अपराधी न तो गया के हैं और न ही कोई नक्सली कनेक्शन है। बल्कि वारदात के पीछे राजधानी के अपराधियों का हाथ है। यह बात सामने आई है पुलिस की जांच में। सूत्रों की मानें तो इस वारदात का सीधा कनेक्शन बेउर जेल में बंद कुख्यात रीतलाल यादव की गैंग से जुड़ रहा है, जिन्होंने गुरुवार को इंजीनियर पर हमला किया था। पुलिस का दावा है कि अपराधी जल्द ही गिरफ्त में होंगे।

देशी कट्टे का हुआ इस्तेमाल

वारदात को अंजाम देने के लिए अपराधियों ने देशी कट्टे का इस्तेमाल किया था। क्योंकि पुलिस ने वारदात स्थल से फ्.म्भ् का खोखा बरामद किया है। दोनों ही अपराधियों ने कुल ब् फायरिंग की थी। जिसमें कार पर तीन गोलियों के निशान मिले। जबकि एक गोली कार के फ्रंट शीशे को भेदती हुई ड्राइवर आनंद प्रकाश को लगी थी। बाइक चलाने वाले अपराधी ने हेलमेट पहन रखी थी। जबकि पीछे बैठे अपराधी ने गमछा लपेट रखा था।

हत्या करने के लिए थे कई मौके

पुलिस की जांच में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। अपराधियों के पास कई ऐसे मौके आए, जहां पर वो गोली मारकर इंजीनियर की हत्या कर फरार हो जाते। दरअसल, गोला रोड के जिस टी जंक्शन पर वारदात को अंजाम दिया गया, घर से वहां पहुंचने में इंजीनियर ने करीब तीन किलो मीटर की दूरी तय की थी। पुलिस सोर्स की मानें तो बाइक सवार अपराधी घर से ही पीछा करते हुए आ रहे थे। इस बीच भी हत्या की वारदात को अंजाम दिया जा सकता था। लेकिन टी जंक्शन के पास साइड से अपराधी आगे बढे़ और फिर फायरिंग की। इसका मतलब साफ है इंजीनियर के अंदर मौत का खौफ पैदा करना चाहते थे अपराधी।

प्रसाद भी छिपा रहे हैं कुछ बातें

फिलहाल रंगदारी का मामला मानकर ही पुलिस मामले की जांच कर रही है। साथ ही जिस मोबाइल नंबर से इंजीनियर को कॉल कर धमकी दी गई थी, उसका कॉल डिटेल निकाला जा रहा है। वहीं जांच कर रही पुलिस टीम को शक है कि इंजीनियर कपिलदेव भी कुछ बातों को छिपा रहे हैं।

उपलब्ध कराई गई सिक्योरिटी

इंजीनियर की जान को खतरा है। ये मानते हुए पटना पुलिस ने उनकी सिक्योरिटी का भी बंदोबस्त कर दिया है। उनकी सिक्योरिटी में पटना पुलिस के जवानों को लगाया गया है। फिलहाल सिटी एसपी वेस्ट रविन्द्र कुमार की अगुआई में पुलिस टीम मामले की जांच और अपराधियों को पकड़ने में जुटी है।