- सर छोटूराम में बीटेक के साथ चार और नए कोर्सेज

- एआईसीटी से एप्रूवल के बाद नए सत्र में एडमिशन

Meerut: सीसीएसयू कैंपस परिसर में मौजूद सर छोटू राम इंजीनियरिंग कॉलेज को ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजूकेशन की ओर से नए सेशन में चार सब्जेक्ट्स को एप्रूवल मिल गया है। पहले जहां बीटेक ही होती थी अब वहां इन सब्जेक्ट्स में भी पढ़ाई होगी। इन चारों सब्जेक्ट्स के लिए एडमिशन प्रक्रिया नए सेशन से शुरू होगी। जो हाल में होने वाले कैंपस एडमिशन प्रक्रिया में शामिल किए जाएंगे।

इन सब्जेक्ट में मिला एप्रूवल

सेशन ख्0क्ब्-क्भ् के लिए सर छोटू राम इंजीनियरिंग कॉलेज को बीटेक के साथ अब एमबीए, एमबीए-आइबी और एमसीए के लिए एप्रूवल मिल गया। इससे पहले जहां केवल बीटेक की व्यवस्था थी। एमसीए, एमबीए और एमबीए-आइबी तीनों कोर्सेज यूनिवर्सिटी कैंपस में मौजूद इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस स्टडीज के अधीन चल रहे थे। अब इन कोर्सेज को सर छोटू राम इंजीनियरिंग कॉलेज में मर्ज कर दिया गया हैं। इन कोर्सेज को एआईसीटी से मान्यता के लिए कोशिशें जारी थीं।

कमेटी देखेगी प्रक्रिया

यूनिवर्सिटी में एमबीए क्99भ् से चल रहा है। जिसके लिए डिग्री का प्रावधान यूनिवर्सिटी से ही था। इसके बाद एआईसीटी से एप्रूवल के लिए यूनिवर्सिटी की ओर से कमेटी बनाई गई थी। इस कमेटी में सर छोटूराम इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर डा। सोहन गर्ग, एसपी सिंह, संदीप अग्रवाल, डा। त्रिलोचन शर्मा और डीपी सिंह शामिल किए गए थे। यूनिवर्सिटी में इन सब्जेक्ट्स में एप्रूवल नहीं होने के कारण स्टूडेंट्स को किसी इंडस्ट्री में आवेदन करने पर परेशानी का सामना करना पड़ता था।

होगी आसानी

एप्रूवल के बाद स्टूडेंट्स किसी भी बड़ी कंपनी में एप्लाई कर सकते हैं। एआइसीटीई से मान्यता नहीं मिलने के कारण पहले स्टूडेंट्स को अच्छी कंपनी महत्व नहीं देती थीं। इसलिए यहां के स्टूडेंट्स को अक्सर सलेक्ट नहीं किया जाता था। डायरेक्टर डा। सोहन गर्ग के अनुसार इस बार एडमिशन शुरू होने से पहले ही एप्रूवल मिलने से काफी राहत मिली है। इसके चलते एडमिशन प्रक्रिया में काफी सहूलियत होगी। साथ ही इंस्टीट्यूट का नाम एआइसीटीई की लिस्ट में आने से स्टूडेंट्स प्रोफिट होगा। जहां बीटेक के लिए ब्ख्0 सीटें और एमबीए, एमबीए-आइबी व एमसीए की म्0-म्0 सीटें होंगी।