- सूरजकुंड स्थित राजकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह से मंगलवार को चार किशोर फरार हुए

- इन किशोरों की फरारी का पता बुधवार को सुबह गिनती में चला

- फरार किशोरों में करण कौशिक हत्याकांड का आरोपी सुहेल भी शामिल

- एडीएम सिटी राकेश मोहन अग्निहोत्री ने किया निरीक्षण

- सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में हाथ हिलाकर आराम से निकलते दिखाई दिए किशोर

- पूरे मामले पर डीएम ने रिपोर्ट की तलब, एसीएम रीतू पूनिया को दिए जांच के आदेश

Meerut : बाल संप्रेक्षण गृह पिछले कुछ महीनों से प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के चुनौती बनता जा रहा है। अभी तक फरवरी में ब्ख् बंदियों के फरार होने का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि करीब तीन महीने के बाद एक फिर चार किशोरों ने पुलिस और एडमिनिस्ट्रेशन को चैलेंज करते हुए फरार हो गए। मामले की जानकारी मिलते प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। आलाधिकारियों ने हर बार की तरह इस बार भी जांच के आदेश कर दिए हैं। वहीं पुलिस ने भी दबिश जारी कर दी है।

ये है मामला

सूरजकुंड स्थित राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह (किशोर) से बुधवार को चार किशोर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने बुधवार सुबह संप्रेक्षण गृह पर डेरा डाल दिया। फरार होने की जानकारी मिलते ही नौचंदी थाना प्रभारी हरशरण शर्मा और सीओ सिविल लाइन फोर्स के साथ बाल संप्रेक्षण गृह पहुंचे। वहीं डीएम पंकज यादव ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।

ऐसे हुए फरार

अधिकारियों के अनुसार पूछताछ में खुलासा हुआ है कि मंगलवार दोपहर संप्रेक्षण गृह में बंद किशोरों से मिलने के लिए उनके परिवार के कुछ लोग आए थे। इसी दौरान मौका देखकर चार किशोर संप्रेक्षण गृह स्टाफ को चकमा देकर बिल्डिंग से बाहर निकल फरार हो गए। पूरी घटना संप्रेक्षण गृह पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। जिसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। घटनाक्रम में पुलिस संप्रेक्षण गृह कर्मियों की भूमिका को संदिग्ध मान रही है।

करण कौशिक का कातिल भी फरार

पुलिस अधिकारियों की मानें तो फरार होने वाले किशोरों में करण कौशिक हत्याकांड का आरोपी सुहैल समेत, किशोर विकास उर्फ विक्की निवासी बिनौली बागपत, ललित निवासी दादरी नोएडा, हारून निवासी लोहियानगर और सुहैल निवासी पूर्वा सिखलाल के रूप में हुई है। इनमें से विकास हत्या के प्रयास, ललित धोखाधड़ी, हारून चाकू रखने के आरोप में और सुहैल हत्या का आरोपी है।

और हो गए फरार

बाल संप्रेक्षण गृह के बाहर पुलिस चौकी पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। जिनमें मंगलवार दोपहर करीब ख्.फ्भ् बजे की फरारी की घटना फुटेज है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मुलाकात करने के बाद सभी किशोर बाहर आए और इसके बाद कुछ मिनट के लिए संप्रेक्षण गृह के कैंपस में रुके। यहां से बाल संप्रेक्षण गृह की खिड़कियों से झांक रहे कुछ किशोरों को हाथ हिलाकर अलविदा कहा और मिलने आए परिजनों के साथ ही ये किशोर फरार हो गए।

एडीएम सिटी ने किया निरीक्षण

घटना की सूचना पर डीएम के निर्देश पर एडीएम सिटी आशुतोष मोहन अग्निहोत्री ने बुधवार दोपहर बाल संप्रेक्षण गृह का निरीक्षण किया। इस दौरान जिला विकलांग कल्याण अधिकारी और कार्यवाहक जिला प्रोबेशन अधिकारी यतेंद्र कुमार भी साथ रहे। अधिकारियों ने जांच के दौरान संप्रेक्षण गृह कर्मियों से भी पूछताछ की।

रितु पुनिया को सौंपी जांच

पूरे प्रकरण में डीएम पंकज यादव ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए दे हैं। एसीएम रितु पुनिया को जांच सौंपी गई है। एसीएम ने मामले में छानबीन शुरू कर दी है। वहीं रितु पुनिया की मानें तो वो जल्द ही जांच की रिपोर्ट डीएम को सौंप देंगी।

ये काफी गंभीर विषय है। इस पूरे प्रकरण की जांच एसीएम चतुर्थ रितु पूनिया को सौंपी गई है। रिपोर्ट आने के बाद लापरवाही करने वाले पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

- पंकज यादव, डीएम

सभी फुटेज की जांच की जा रही है, लेकिन अभी ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि चार किशोर कैसे फरार हुए? फिलहाल नौचंदी पुलिस को सूचना दी गई है।

- यतेंद्र कुमार, जिला विकलांग कल्याण अधिकारी