-रोहतास के दनवार में शराब तस्करों का कारनामा, 2 महिला समेत 3 गिरफ्तार

-सीएम के निर्देश पर थानाध्यक्ष समेत 9 पुलिसकर्मी निलंबित

PATNA: बिहार में शराबबंदी को लागू किए डेढ़ साल हो चुके है लेकिन अब तक इसका अवैध धंधा चल रहा है। हाल ही में हुई घटना से इस बात का खुलासा हो चुका है राज्य में अभी भी शराब की बिक्री हो रही है। रोहतास जिले के कछवा थाना के दनवार गांव में शुक्रवार की रात जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई। वहीं चार अन्य की हालत गंभीर है। बताया जा रहा है कि शराब पीने के बाद पहले इन लोगों की आंखों की रोशनी गई और फिर हालत खराब होती चली गई। इसके बाद चार लोगंों ने दम तोड़ दिया। मृतकों में उदय सिंह (ब्भ्), धनजीत कुमार (ख्8), हरिहर सिंह (भ्भ्) और कमलेश सिंह (फ्भ्) में शामिल है। वहीं रवि सिंह, कृष्णा सिंह, अशोक कुमार व राजेंद्र रवानी की हालत गंभीर है। इनका इलाज नारायण मेडिकल कॉलेज और क्लीनिक में चल रहा है। इसके विरोध में शनिवार को ग्रामीणों ने नासरीगंज-दनवार पथ को जाम कर हंगामा किया। इस दौरान लोगों ने पुलिस को जवाबदेही मान हत्या की प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की। अधिकारियों के हस्तक्षेप और कार्रवाई शुरू होने के बाद लोगों ने जाम हटाया।

सीएम के निर्देश पर कार्रवाई

सीएम नीतीश कुमार के निर्देश पर थानाध्यक्ष समेत कई पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है। थाने में तैनात सभी सात सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। निलंबित होने वालों में थानाध्यक्ष मुकेश सिंह के अलावा एक एसआइ, चार एएसआइ, एक मुंशी और दो चौकीदार हैं। दो महिला समेत तीन धंधेबाजों पर प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। साथ ही मकान भी सील कर दिए गए हैं।

उत्पाद विभाग पर कार्रवाई

डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर के निलंबन का प्रस्ताव समेत सहायक उत्पाद आयुक्त किशोर साह पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। आरोपी शशि सिंह, अंतिम लाल सिंह व मथुरी सिंह के घर रेड कर शराब व गांजा जब्त किया है। आरोपी शिवजगी सिंह समेत दो महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया गया है।

शराब पीते ही गई आंखों की रोशनी

मृतकों के परिजनों ने बताया कि जहरीली शराब पीने से हादसा हुआ है। छठ के दिन गुरुवार को गांव के धंधेबाज शशि सिंह के यहां कमलेश सिंह ने शराब पी थी। कुछ समय बाद ही उसकी आंख की रोशनी चली गई। गांव में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसे बीमारी समझ दाह-संस्कार कर दिया गया। वहीं शुक्रवार को शशि के यहां शराब पीने के बाद धनजी सिंह, उदय सिंह, हरिहर सिंह, रवि सिंह, कृष्णा सिंह, अशोक कुमार और राजेंद्र रवानी की भी आंखों की रोशनी चली गई। रात में अस्पताल ले गए, जिसमें धनजी सिंह, उदय सिंह व हरिहर सिंह की मौत हो गई। एसपी एमएस ढिल्लो ने बताया कि धनजी, उदय व हरिहर के शव का पोस्टमार्टम किया गया है। रवि का इलाज चल रहा है। दो अन्य गंभीर को भी निजी अस्पताल से जमुहार लाया जा रहा है।

शराब की घटना में प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए पुलिस कर्मियों और पदाधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। इस पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। जिसकी भी लापरवाही मिलेगी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

-पीके ठाकुर, डीजीपी

शराब से मौत पर बिना जांच कराए पूरे थाने पर कार्रवाई उचित नहीं है। इस मामले में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को दोषी माना जाना चाहिए जो थानों की निगरानी करते हैं। पूरे थाने पर कर्रवाई करना सस्ती लोकप्रियता का प्रतीक है। यदि जांच में कोई भी पुलिसकर्मी आरक्षी से लेकर एसपी तक की संलिप्तता पाई जाती है तो उस पर करवाई नयायोचित होगा। जांच के बाद दोषी पर ही कार्रवाई की जाए।

-मृत्युंजय कुमार सिंह, अध्यक्ष

बिहार पुलिस एसोसिएशन