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लूट नही था हत्यारों का मकसद, आलमारी में मिले नकदी और जेवरात

सपा के प्रतिनिधिमंडल और स्वास्थ्य मंत्री ने की रंजीत व बबिता से मुलाकात

सिद्धार्थनाथ ने बबिता को जन औषधि केंद्र देने की घोषणा की

ALLAHABAD@next.co.in

ALLAHABAD: नवाबगंज के जुड़ापुर गांव में पति-पत्‍‌नी समेत दो बेटियों की रेप के बाद हत्या के मामले को सुलझाने में लगी पुलिस अपनी जांच में उलझती जा रही है। हत्यारों का मकसद लूट नही था, यह पुलिसिया जांच में सामने आया। क्योंकि, जिस घर में हत्या को अंजाम दिया गया, उसकी आलमारी में नकदी और जेवर जस का तस रखे पाए गए। जिससे साफ हो गया अपराधी रेप और कत्ल के मकसद से ही घुसे थे।

कॉल डिटेल खंगालने में जुटी पुलिस

घटना की तहरीर से इतर जांच में पुलिस की सुई कॉल डिटेल पर अटकी हुई है। पुलिस परिवार के प्रत्येक सदस्य के मोबाइल नंबर से की गई कॉल की जांच कर रही है। इतना ही नही गांव के लोगों की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है। बता दें कि उसी दिन गांव के चार घरों में शादी समारोह था। क्राइम ब्रांच और एसटीएफ बारात में आने वाले बाहरियों की पहचान के लिए वीडियो क्लिप की जांच में भी जुटे हैं। उम्मीद है कि शादी समारोह में मौजूद संदिग्धों के जरिए अपराधियों की पहचान की जा सकती है। ग्रामीणों का कहना है कि घटना वाले दिन कुछ संदिग्ध भी गांव में प्रवेश करते दिखे थे। पुलिस ने घटना के तीसरे दिन कुछ संदिग्धो को उठाकर पूछताछ भी शुरू कर दी है।

तीन सिपाहियों पर गिरी गाज

एसएसपी शलभ माथुर ने तीन सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। सिपाही विनोद राय, जफर आलम व शिव चरण पर आरोप है कि इन्होंने होली पर पेड़ काटने वाले वाले आरोपियों को पकड़ने के बाद पांच हजार लेकर छोड़ दिया था। जिसकी सूचना भुक्तभोगी परिवार की छोटी बेटी ने दी थी। यह तीनों सौ नंबर पर तैनात थे।

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पुलिस कस्टडी में गांव पहुंचे बबिता और रंजीत

मृतक मक्खनलाल गुप्ता के बेटे रंजीत और बेटी बबिता को बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच गांव जुड़ापुर ले जाया गया। गांव में पहुंचे यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने दोनों से मुलाकात कर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दु:ख की इस घड़ी में उप्र सरकार उनके साथ है। स्वास्थ्य मंत्री ने बबिता को जन औषधि केंद्र देने का वादा किया। साथ ही कहा कि इसे खोलने के लिए दो लाख पचास हजार की आर्थिक मदद भी की जाएगी। सीएमओ को मंत्री ने क्षेत्र से पहला जन औषधि केंद्र खोलने का प्रस्ताव बबिता हेतु भेजने को कहा। कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय बबिता और रंजीत की पूरी मदद करेगा। बता दें कि दोनों को सर्किट हाउस में सुरक्षा के दृष्टिगत रखा गया है। बुधवार को मंत्री के आगमन की सूचना पर डीएम संजय कुमार और एसएसपी शलभ माथुर के साथ दोनों को उनके गांव जुड़ापुर ले जाया गया। शाम को पुन: ये वापस सर्किट हाउस वापस आ गए।

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सपा ने की मुआवजा व नौकरी की मांग

उधर, सपा का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को घटनास्थल पर पहुंचा। बाद में वे सर्किट हाउस में रंजीत और बबिता से मिले। एमएलसी वासुदेव यादव, पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा, पार्टी नेता हरि ओम साहू ने संवेदना व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार से पीडि़त परिवार के दोनों सदस्यों को एक करोड़ मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की। प्रतिनिधि मंडल ने आईजी केएस प्रताप से मुलाकात कर हत्या की सभी एंगल से जांच का आग्रह किया।

कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। कुछ जरूरी सुराग हाथ लगे हैं जिनके आधार पर गांव के कुछ लोगों पर नजर रखी जा रही है।

आलोक मिश्रा

सीओ, गंगापार