नवाबगंज स्थित जूड़ापुर के ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम हाउस पर किया हंगामा

शिमला से सीधे पोस्टमार्टम हाउस पहुंची मक्खन की बड़ी बेटी रंजीता

पुलिस फोर्स की मौजूदगी में बेटे ने रसूलाबाद घाट पर दी मुखाग्नि

ALLAHABAD: सोमवार को जुड़ापुर गांव में गुस्सा तात्कालिक था। लोग एक साथ चार हत्याओं के बाद भड़के थे। तब पुलिस ने किसी तरह बल प्रयोग कर मामला संभाल लिया था। मंगलवार को वही लोग एक बार फिर गुस्से में थे, कारण था पुलिस का दबाव। पुलिस इस बात पर अड़ी थी कि चारों लाशों का अंतिम संस्कार शहर में कराएंगे और ग्रामीण जिद पर थे लाशें गांव में ले जाएंगे। मामला तनाव की स्थिति तक बढ़ा तो अफसर पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। किसी तरह गांव के बुजुर्गो को समझा-बुझाकर शांत कराया और फिर भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में सभी लाशों को मक्खन के बेटे ने मुखाग्नि दी।

शिमला से सीधे पोस्टमार्टम हाउस पहुंची

मृतक मक्खनलाल गुप्ता की बड़ी बेटी रंजीता शिमला से सीधे पोस्टमार्टम हाउस पहुंची। मां, बाप व दो बहनों की लाश देखने के बाद वह विलाप करते हुए बेसुध हो गई। लोगों ने चेहरे पर पानी का छींटा मारा तब होश में आई। होश में आते ही फिर अपनों के शव से लिपट कर चीखने लगी। उसके सूखे होठ पर सवाल ही सवाल थे। कहना था अरे मेरे परिवार को क्यों मार डाला रे, आखिर हम लोगों ने किसी का क्या बिगाड़ा था। उसके दर्द भरे सवाल वहां मौजूद हर किसी के कलेजे को कचोट रहे थे पर जवाब किसी के पास नहीं था।

जूड़ापुर में हुई थी चारों की हत्या

बता दें कि नवाबगंज थाना क्षेत्र के जूड़ापुर गांव में रविवार रात कातिलों ने एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी थी। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम हाउस पर जमकर हंगामा किया। इस बीच पुलिस व ग्रामीणों के बीच तीखी नोकझोक भी हुई। बवाल की आशंका को देखते हुए पोस्टमार्टम हाउस पर कई थानों की फोर्स तैनात कर दी गई। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए सीओ भी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों की मांग की थी कि मृतक दुकानदार मक्खन लाल गुप्ता के बेटे रंजीत व बेटी रंजना के लिए सरकारी नौकरी व मुआवजा दिया जाय और मृतकों के शवों को उन्हें गांव ले जाने दिया जाय।

पुलिस और ग्रामीणों में झड़प

ग्रामीणों की मांग पुलिस मानने को तैयार नहीं थी। पुलिस का कहना था कि वे रसूलाबाद घाट पर ही मृतकों का अंतिम संस्कार करें। इसी बात को लेकर ग्रामीणों और पुलिस के बीच काफी देर तक बहस हुई। ग्रामीण पुलिस द्वारा अनावश्यक दबाव बनाए जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। पोस्टमार्टम हाउस में रखी लाश नहीं उठने और बवाल की आशंका को देखते हुए एसपी, एसडीएम, सीओ समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। काफी प्रयास के बाद ग्रामीण अधिकारियों की बात मानने के तैयार हुए। ग्रामीण शव लेकर रसूलाबाद घाट पर पहुंचे। जहां भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मृतक के बेटे रंजीत ने माता-पिता व दोनों बहनों को मुखाग्नि दी। मामले में गांव के ही पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। सभी को सोमवार की देर रात में ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।