फ्रांस के हमले जारी हैं
फ्रांस ने आईएस के गढ़ राका पर पिछले दिन तेज बमबारी की साथ ही अपने हमले में तेल के दर्जनों टैंकर को भी निशाना बनाया है। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद का कहना है कि पेरिस में हुए हादसे के बाद फ्रांस शांत नहीं बैठेगा और अपना अभियान और तेज करेगा। इसी के चलते शुक्रवार के बाद पहली बड़ी सैन्य प्रतिक्रिया करते हुए उसके 12 युद्धक विमानों ने राका में आईएस के ठिकानों पर हमले किए। माना जाता है कि राका सीरिया में जेहादियों की वास्तविक राजधानी है।

रूस के करीब आया यूरोप
दुनिया के सबसे धनी और ताकतवर देशों के समूह जी-20 का सम्मेलन सोमवार को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट लड़ाई के संकल्प के साथ समाप्त हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में हुए इस सम्मेलन में आतंकियों के वैश्विक नेटवर्क को तोडऩे के लिए खुफिया सूचनाएं साझा करने, वित्तीय नेटवर्क पर शिकंजा कसने और सीमाओं पर चौकसी बढ़ाने को लेकर सहमति बनी। पेरिस में आतंकी हमलों की छाया में रविवार को एंटाल्या में शुरू हुए इस सम्मेलन ने रूस और पश्चिमी देशों के बीच खाई भरने का भी काम किया है। हालांकि इसके बावजूद सीरिया में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के खिलाफ लड़ाई में किसी बड़े रणनीतिक बदलाव की उम्मीद नहीं है। सम्मेलन से इतर इस मसले पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के बीच चर्चा हुई। पुतिन ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से भी बात की। इस दौरान आतंकवाद से मिलकर लडऩे पर सहमति तो बनी पर सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के भविष्य को लेकर जारी मतभेद दूर नहीं हो पाया। पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने बताया कि दोनों नेताओं के साथ पुतिन की बातचीत सकारात्मक रही, लेकिन असद को लेकर मतभेद अभी भी बने हुए हैं। गौरतलब है कि सीरिया में अमेरिका और रूस दोनों हवाई हमले कर रहे हैं।

संयुक्त कदम उठेंगे
जी-20 सम्मेलन के समापन पर जारी बयान में कहा गया है कि आतंकी संगठन और उससे जुड़े लोगों की संपत्ति जब्त की जाएगी। ऐसे संगठनों के वित्तीय लेन-देन पर शिंकजा कसा जाएगा। आइएस से जुडऩे वाले विदेशी लड़ाकों को उनके देशों के लिए खतरनाक बताते हुए आपस में खुफिया सूचनाएं साझा करने, सीमा पर सख्ती और विमानन सुरक्षा बढ़ाने पर जोर दिया गया है। वित्तीय नेटवर्क को चोट पहुंचाने के लिए फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स को अमली जामा पहनाने की भी बात कही गई है।
बयान में पेरिस हमलों की निंदा करते हुए कहा गया है कि आतंकवाद किसी धर्म, देश या समुदाय से जुड़ा नहीं है। उल्लेखनीय है कि आर्थिक और व्यापारिक मसलों पर साझा बयान जारी करने वाले इस समूह ने पहली बार आतंकवाद के खिलाफ ऐसी एकजुटता दिखाई है। बयान में प्रवासी संकट को वैश्विक मसला बताते हुए इससे निपटने के लिए सभी देशों से मदद की अपील की गई है।

 

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