- आधा दर्जन राज्यों में ठगी की वारदातों को अंजाम देने वाली गैंग की सरगना गिरफ्तार
- महिला से सोने की ज्वैलरी, मोबाइल फोन और कई सिम बरामद
- लखनऊ से पकड़ी गई महिला, दो आरोपियों की तलाश जारी
देहरादून। दून पुलिस की गिरफ्त में एक ऐसी महिला ठग आई है, जो ठगों की ईरानी गैंग की सरगना है। गैंग के शातिर ठगी की वारदातों को अंजाम देने के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य में प्लेन से सफर करते थे। वे कभी क्राइम ब्रांच तो कभी नकली पुलिसवाले बनकर लोगों को ठगते थे। गैंग के दो मेंबर जिनमें गिरफ्तार महिला का पति भी शामिल है फरार हैं, महिला का पूरा परिवार ही फ्रॉड और स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम देता है। महिला का बेटा चेन स्नैचिंग के मामले में मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है।
कई राज्यों में ठगी का धंधा
उत्तराखंड के अलावा, यूपी, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी ठगी की वारदातों को ईरानी गैंग अंजाम दे चुकी है, बुधवार को गिरफ्तार शातिर महिला कई वारदातों में शामिल रही है। पुलिस ने उसके कब्जे से ज्वैलरी, मोबाइल फोन और कुछ सिम कार्ड बरामद किए हैं। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस वाला बनकर ठगी
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि 24 जनवरी को सुनीता शर्मा पत्नी धीरेंद्र शर्मा निवासी 151 लुनिया मोहल्ला ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर बताया कि वो अपने पति के साथ चकराता रोड जा रही थी, इसी दौरान चुक्खू मोहल्ले में सादे कपड़ों में खड़े दो लोगों ने उन्हें बताया कि वे पुलिसवाले हैं और 26 जनवरी को देखते हुए चेकिंग कर रहे हैं। यह कहकर उन्होंने उनकी तलाशी ली और कहा कि उनके पास जितने भी सोने के गहने हैं एक रूमाल में रख दें जो जांच के बाद उन्हें दे दिये जाएंगे। बाद में उन्हें रूमाल दे दिया गया फर्जी पुलिस वाले चले गए और जब रूमाल खोला तो उसमें कुछ भी नहीं था।
शातिर लखनऊ से गिरफ्तार
पुलिस ने केस दर्ज किया और एसएसपी निवेदिता कुकरेती के निर्देश पर ठगों की तलाश को एक टीम गठित की गई। वारदात वाले स्थान के आस-पास लगे 50 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए, जिसमें संदिग्ध देखे गए। अन्य राज्यों की पुलिस को भी ये फुटेज भेजे गये। पता चला कि ठगी करने वाली ईरानी गैंग थी, जो मूल रूप से कर्नाटक के बीदर निवासी हैं और वर्तमान में लखनऊ में रह रहे हैं। दून पुलिस ने लखनऊ में स्थानीय पुलिस के मुखबिरों की मदद से ज्वैलरी बेचने जा रही एक महिला को गिरफ्तार किया।
पूरा परिवार शातिर ठग
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि आरोपी महिला बेहद शातिर है। आरोपी फिजा जाफरी पत्नी मोहम्मद अली जाफरी निवासी ठाणे महाराष्ट्र ने बताया कि उसका पति और अली मिर्जा बाइक से पहले भी दून आ चुके है। पिछले वर्ष मार्च और मई में इन्होंने दो बुजुर्ग महिलाओं को ठगी का शिकार बनाया था। इसके अलावा 24 जनवरी को भी एक बुर्जुग को पुलिस वाला बनकर ठगा था बताया कि उनका बेटा भी चेन स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम देता है, मुंबई पुलिस उसे अरेस्ट कर चुकी है।
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पुलिस ने खोला कच्चा चिट्ठा
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
ईरानी गैंग के शातिर खुत को पुलिसवाला या क्राइम ब्रांच का अफसर-कर्मचारी बताकर लोगों को झंासे में लेते थे। ऐसे में लोग आसानी से उनका शिकार हो जाते थे। तलाशी के नाम पर वे उनके गहने और कैश बड़ी सफाई से पार कर लेते थे।
बुजुर्ग और महिलाएं टारगेट
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि ईरानी गैंग महिला और बुजुर्गो को अपना शिकार बनाते थे। ऐसा इसलिए क्योंकि वे जल्दी झांसे में आ जाते हैं और सवाल-जवाब भी नहीं करते।
गैंग के 3 मेंबर ट्रेस
ईरानी गैंग में अब तक 3 शातिरों की पुलिस पहचान कर पाई है। इनमें एक तो बुधवार को गिरफ्तार की गई महिला है, जबकि एक उसका पति और एक अन्य व्यक्ति भी शामिल है। महिला का काम ठगी से हाथ आई ज्वैलरी बेचना है।
ठगी का सफर प्लेन से
ये गैंग इतना हाईटेक है कि ठगी की वारदातों को अंजाम देने के लिए वे प्लेन से एक राज्य से दूसरे राज्य में जाते थे।
2018 से दून में सक्रिय
पुलिस के अनुसार गैंग वर्ष 2018 में दून में ठगी की वारदात को अंजाम देने पहुंची थी। इसके बाद 24 जनवरी 2019 को चुक्खु मोहल्ले में दोबारा सुनीता और उसके पति को ठगी का शिकार बनाया।
गैंग की शिनाख्त
गिरफ्तार आरोपी
फिजा जाफरी पत्नी मोहम्मद अली जाफरी निवासी भीमंडी थाना जिला ठाणे महाराष्ट्र
फरार आरोपी
- मोहम्मद अली सरफराज जाफरी उर्फ सिट्टी उम्र 40 वर्ष पुत्र एजाज अहमद जाफरी जिवासी भीमंडी ठाणे महाराष्ट्र
-अली मिर्जा उम्र 40 वर्ष पुत्र स्वर्गीय दरवेश
बरामद माल
- एक अंगूठी जेंट्स सोने की, एक अंगूठी मोती जडि़त सोने की, एक अंगूठी मूंगे की
-एक गले की चेन (लेडीज), 2 चूडि़यां, 2 अंगूठी
-2 मोबाइल फोन ,4 सिम कार्ड, 2 पैन कार्ड, 1 आधार कार्ड, एक काला बैग