-कैंट के अंकित रस्तोगी समेत कई लोगों से करोड़ों रुपए की थी ठगी

BAREILLY: एयरफोर्स में गद्दे की सप्लाई के ठेके में निवेश के नाम पर ठगी करने वाला चीटर यादव आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया। चीटर यादव का असली नाम दीपक यादव है। पुलिस ने उसे सैटरडे शाम गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे संडे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस उसके साथियों की तलाश में जुट गई है। पुलिस की सख्ती के बाद अब उससे पीडि़त कई लोग सामने आ रहे हैं। ठगी के शिकार गाजियाबाद के लोग भी मंडे बरेली पहुंचकर पुलिस अधिकारियों से मामले की शिकायत करेंगे।

16 अप्रैल को दर्ज हुई थी एफआईआर

बता दें कि 16 अप्रैल को कैंट थाना में नकटिया निवासी अंकित रस्तोगी ने धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई थी। अंकित रस्तोगी का आरोप है कि शांति विहार कर्मचारी नगर मिनी बाईपास निवासी दीपक सिंह उर्फ दीपक यादव, भाई मिंटू यादव, पिता जगदीश यादव के साथ मिलकर कारोबार में रुपए लगाने के लिए 9 लाख 20 हजार रुपए लिए थे। यही नहीं दीपक ने अपने दोस्त प्रदीप लाला के जरिए श्यामगंज स्थित फर्म चंद्र ऑयल प्राइवेट लिमिटेड को 2 लाख 48 हजार रुपए आरटीजीएस के माध्यम से दिलवाए थे। यह रकम उन्होंने पिता व पत्‍‌नी से लेकर दी थी। यही नहीं दीपक ने अपने अकाउंट से रकम वापस करने के लिए तीन चेक भी दिए थे। यही नहीं जब रुपए वापस मांगे तो 12 अप्रैल को जान से मारने की धमकी दी थी।

एसएसपी की सख्ती के बाद गिरफ्तारी

पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी। पुलिस ने इस मामले में पूछताछ के लिए भाटिया को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन दीपक यादव को गिरफ्तार नहीं कर रही थी। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में मामला प्रकाशित होने के बाद कई लोग अपनी शिकायत लेकर एसएसपी जोगेंद्र के पास पहुंचे थे, जिसके बाद कैंट पुलिस ने दबिश देकर दीपक यादव को पकड़ लिया। एसआई आरपी सिंह ने बताया कि पूछताछ में रुपए लेने की बात कबूली है। दीपक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। फरार आरोपियों की भी गिरफ्तारी की जाएगी।