-फर्जी लेटर भी कर दिया जारी, कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई एफआईआर

<-फर्जी लेटर भी कर दिया जारी, कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई एफआईआर

BAREILLY: BAREILLY: एक आचार्य से कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में नौकरी के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। जब आचार्य 1 अगस्त को ज्वाइन करने बीएसए ऑफिस पहुंचा तो ज्वाइनिंग लेटर फर्जी पाए गए। आचार्य ने दो महिला समेत तीन लोगों पर आरोप लगाया है। आचार्य की मुलाकात ठग महिला से ट्रेन में मथुरा के सफर के दौरान हुई थी। सीजेएम कोर्ट के आदेश पर इज्जतनगर थाना पुलिस ने तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।

ट्रेन में हुई थी मुलाकात

इज्जतनगर स्थित बसंत विहार कॉलोनी निवासी रमाकांत शर्मा सरस्वती शिशु मंदिर में आचार्य के पद पर तैनात हैं। वह 10 मई 2017 को ट्रेन से मथुरा जा रहे थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात रिंकी से हुई थी। रिंकी ने खुद को बदायूं डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में तैनात बताया था। इसी दौरान संगीता ने एनजीओ संचालिका और लक्ष्मीनारायण ने जूनियर हाईस्कूल में फोर्थ क्लास इम्प्लॉयी बताया था। संगीता ने उससे कहा था कि वह उसकी किसी स्कूल में अच्छी नौकरी लगवा सकती है। उसके बाद संगीता ने कहा कि बदायूं हॉस्पिटल में वार्ड ब्वॉय की नौकरी खाली है। रिंकी के जरिए उसकी नौकरी लग जाएगी। इसके 60 हजार रुपए लगेंगे और 5-6 दिन में ज्वाइनिंग लेटर जारी हाे जाएगा।

1 अगस्त को ज्वाइनिंग लेटर मिला

रमाकांत का आरोप है कि उसके बाद उन्हें फर्जी पत्र भी दे दिया गया और ज्वाइन करने के लिए कहा गया। 26 जून 2017 की ज्वाइनिंग से पहले ही संगीता का फोन आया कि वहां की नौकरी पर रोक लग गई है। वह उसकी नौकरी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बरेली में लगवा देगी। 10 मार्च 2018 को एक नियुक्ति पत्र दिया गया। इस पर 1 अगस्त 2018 की ज्वाइनिंग डेट लिखी थी। जब वह ज्वाइनिंग के लिए बीएसए ऑफिस पहुंचा तो पता चला कि सभी नियुक्ति पत्र फर्जी हैं। जिसके बाद उसने तीनों से फोन पर बात की तो उसे धमकाया गया और जेल भेजने की धमकी दी। उसने जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायत की। जिसके बाद लेटर की जांच हुई तो फर्जी पाए गए।

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रेलवे में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाला गिरफ्तार

-कोतवाली में एक महीने पहले दर्ज हुई थी एफआईआर

-एक महिला को भी मां बोलकर 12 लाख रुपए ठग चुका था

<एक आचार्य से कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में नौकरी के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। जब आचार्य क् अगस्त को ज्वाइन करने बीएसए ऑफिस पहुंचा तो ज्वाइनिंग लेटर फर्जी पाए गए। आचार्य ने दो महिला समेत तीन लोगों पर आरोप लगाया है। आचार्य की मुलाकात ठग महिला से ट्रेन में मथुरा के सफर के दौरान हुई थी। सीजेएम कोर्ट के आदेश पर इज्जतनगर थाना पुलिस ने तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।

ट्रेन में हुई थी मुलाकात

इज्जतनगर स्थित बसंत विहार कॉलोनी निवासी रमाकांत शर्मा सरस्वती शिशु मंदिर में आचार्य के पद पर तैनात हैं। वह क्0 मई ख्0क्7 को ट्रेन से मथुरा जा रहे थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात रिंकी से हुई थी। रिंकी ने खुद को बदायूं डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में तैनात बताया था। इसी दौरान संगीता ने एनजीओ संचालिका और लक्ष्मीनारायण ने जूनियर हाईस्कूल में फोर्थ क्लास इम्प्लॉयी बताया था। संगीता ने उससे कहा था कि वह उसकी किसी स्कूल में अच्छी नौकरी लगवा सकती है। उसके बाद संगीता ने कहा कि बदायूं हॉस्पिटल में वार्ड ब्वॉय की नौकरी खाली है। रिंकी के जरिए उसकी नौकरी लग जाएगी। इसके म्0 हजार रुपए लगेंगे और भ्-म् दिन में ज्वाइनिंग लेटर जारी हाे जाएगा।

क् अगस्त को ज्वाइनिंग लेटर मिला

रमाकांत का आरोप है कि उसके बाद उन्हें फर्जी पत्र भी दे दिया गया और ज्वाइन करने के लिए कहा गया। ख्म् जून ख्0क्7 की ज्वाइनिंग से पहले ही संगीता का फोन आया कि वहां की नौकरी पर रोक लग गई है। वह उसकी नौकरी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बरेली में लगवा देगी। क्0 मार्च ख्0क्8 को एक नियुक्ति पत्र दिया गया। इस पर क् अगस्त ख्0क्8 की ज्वाइनिंग डेट लिखी थी। जब वह ज्वाइनिंग के लिए बीएसए ऑफिस पहुंचा तो पता चला कि सभी नियुक्ति पत्र फर्जी हैं। जिसके बाद उसने तीनों से फोन पर बात की तो उसे धमकाया गया और जेल भेजने की धमकी दी। उसने जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायत की। जिसके बाद लेटर की जांच हुई तो फर्जी पाए गए।

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रेलवे में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाला गिरफ्तार

-कोतवाली में एक महीने पहले दर्ज हुई थी एफआईआर

-एक महिला को भी मां बोलकर क्ख् लाख रुपए ठग चुका था

BAREILLY: BAREILLY: कोतवाली पुलिस ने रेलवे में नौकरी लगवाने के बहाने क्रिकेट प्लेयर से भ् लाख रुपए की ठगी करने वाले अशोक कुमार को गिरफ्तार किया है। अशोक ने एक महिला को भी मां बोलकर क्ख् लाख रुपए हड़प लिए थे। एक महीने पहले उसके खिलाफ कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस ने उसे ट्यूजडे को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।

क्0 जुलाई को दर्ज एफआईआर

सुपर सिटी निवासी पंकज सिंह ने क्0 जुलाई को कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी कि उसे नार्थ रेलवे कॉलोनी निवासी अशोक कुमार, उसके भाई महेश और महेश की पत्‍‌नी सुजाता पर भ् लाख रुपए लेकर रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। उसने फ् जून ख्0क्म् को भ् लाख रुपए दिए थे। उसके बाद से न तो नौकरी लगी और न ही उसे रुपए वापस मिले। पुलिस ने अशोक की तलाश नार्थ रेलवे कॉलोनी में की लेकिन उसका सुराग नहीं लगा। वह अयूब खां चौराहा के पास सिविल लाइंस में रह रहा था। उसके पिता पूरनलाल रेलवे में कर्मचारी थे। पिता की मौत हो चुकी थी। उसने एक दोस्त के जरिए उसकी सास को भी अपने झांसे में लिया था। उसने कई बार में पिता की पेंशन के रुपए निकालने के बहाने क्ख् लाख रुपए हड़प लिए थे।