-तीन दिन में 6 आरोपी पहुंचे जेल, अब तक 12 गिरफ्तार

BAREILLY: गंगा इंफ्रासिटी कंपनी के द्वारा 300 लोगों से महाठगी के 4 आरोपियों ने सैटरडे कोर्ट में सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने वाले महाठग राजेश मोर्या के भाई हैं। पिछले तीन दिनों से क्राइम ब्रांच लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी कर रही थी। अब तक इस केस में मेन आरोपी समेत 11 लोग जेल जा चुके हैं। अभी दो और नामजद आरोपी बचे हैं। इसके अलावा भी कुछ लोगों के नाम विवेचना में ओपन हुए हैं।

12 लोगों पर एफआईआर

बता दें कि महाठगी में 12 लोगों के खिलाफ नामजद 4 एफआईआर दर्ज की गई थीं। पुलिस ने सबसे पहले शिवनाथ मोर्या को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उसके बाद राजेश के पिता रामदेव प्रसाद, उसके भाई दिनेश की पत्‍‌नी संजोली और चचेरे भाई रामकिशोर को जेल भेजा गया था। जिसके बाद राजेश मोर्या को पुलिस ने गाजियाबाद से गिरफ्तार किया था और कई दिनों की पूछताछ के बाद जेल भेजा था।

विश्वनाथ के घर खोला थ्ा ऑफिस

क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर एसके कटियार ने बताया कि सैटरडे को विश्वनाथ मौर्या, मनोज मौर्या, दिनेश मौर्या और अजय मौर्या ने सरेंडर कर दिया। इन सभी के नाम एफआईआर में दर्ज थे। इससे पहले फ्राइडे को चंदीप सिंह और थर्सडे को किशनाथ को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जांच में आया कि महाठगी में जब निवेशकों ने रुपए मांगने शुरु किए थे तो उसने हरुनगला का ऑफिस बंद कर सिविल लाइंस में हेड पोस्ट ऑफिस के पास विश्वनाथ के घर में शुरू कर दिया था।