- कभी प्रतियोगिता तो कभी लकी ड्रा के नाम पर करते हैं ठगी

आम गृहणी से लेकर व्यापारियों को भी निशाना बनाने का प्रयास

फीरोजाबाद : एटीएम का नंबर पूछ कर ठगी करने वालों ने अपना तरीका बदल दिया है। यह खेल सुर्खियों में आने के बाद अब इस जाल में आम उपभोक्ता नहीं फंस रहा है। ठगों द्वारा अब नामी एवं प्रतिष्ठित कंपनियों की आड़ में ठगी का जाल बिछाया जा रहा है। विभिन्न कंपनियों के नाम से उपभोक्ताओं को मैसेज भेजे जा रहे हैं तथा पुरस्कार जीतने के लिए उनसे खाते में धनराशि जमा कराने के लिए कहा जा रहा है।

पिछले दिनों तिलक नगर निवासी गृहणी रेनू शर्मा के मोबाइल पर ऐसा ही मैसेज आया। एक प्रमुख कंपनी के नाम से आए संदेश में लिखा था कि आपने लकी ड्रा में टाटा सफारी जीती है। 12, 80000 रुपये की इस कार के लिए मात्र 12800 रुपये जमा कराने होंगे। इसके साथ में मैसेज में एक मोबाइल नंबर 07070254606 दिया था इस पर संपर्क करना था। जब रेनू शर्मा ने मोबाइल पर संपर्क किया तो वहां से भी उन्हें रुपये जमा कराने के लिए कहा गया, लेकिन रेनू शर्मा ने समझदारी दिखाते हुए जब कंपनी के दफ्तर में पता किया तो पता चला यह नंबर कंपनी का नहीं है और ऐसा कोई ड्रा भी नहीं निकाला गया है।

ऐसा सिर्फ रेनू शर्मा के साथ में नहीं हुआ। चूड़ी कारोबारी अंशुल गुप्ता के पास भी इस तरह के मैसेज व कॉल आए। समाचार पत्रों में वह ठगी के खेल को पढ़ चुके थे लिहाजा उन्होने जब फोन करने वाले से पूछताछ शुरू की तो वह अभद्रता पर उतर आया। उसने अंशुल गुप्ता से यहां तक कह दिया जो चाहे कर लो, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता । एटीएम का नंबर पूछकर ठग कइयों के बैंक खाते से धनराशि उड़ा चुके हैं। गत सोमवार को भी एक किसान को पता चला था कि उसके खाते से दो लाख रुपये निकल गए हैं।

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बिहार के हैं अधिकांश फोन नंबर

ठगी का खेल खेलने वालों के अधिकांश नंबर बिहार के होते हैं। कई लोगों ने इन मोबाइल नंबर को नेट से सर्च करने का प्रयास किया तो इनके बिहार के होने की जानकारी मिली।

इनाम चाहिए तो जमा कराइए सात हजार रुपये

शहर के एक प्रतिष्ठित ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या के साथ भी ठगी का प्रयास किया गया है। इनके मोबाइल पर कॉल आई कि उनके बच्चों ने चेहरा पहचानो प्रतियोगिता जीती है। प्रधानाचार्य ने जब कहा कि हमें जानकारी नहीं है तो कहा गया कि बच्चों ने चेहरा पहचान कर मैसेज भेजा था। इनाम जीतने के लिए सात हजार रुपये खाते में जमा कराने होंगे। प्रधानाचार्या ने जब गारंटी पूछी तो जवाब मिला कि प्रतिष्ठित समाचार पत्र में कंपनी विज्ञापन देती है। प्रधानाचार्या ने जब इस संबंध में अन्य परिचितों से पूछा तो उन्होने उन्हें ठगी की जानकारी दी। पूर्व में इस तरह से कई नागरिक ठगी का शिकार बन चुके हैं।