-पहले पेटीएम फिर अकाउंट में कराया रुपया जमा

-नारियल मंगवाने के लिए ट्रक किया था बुक

-दिल्ली में बना रखा है शातिरों ने ऑफिस

आगरा। एक वेबसाइट पर क्वेरी डालना ट्रांसपोर्टर को भारी पड़ गया। शातिरों ने कॉल कर ट्रांसपोर्टर को कम भाड़े का लालच दिया और पेटीएम में व अकाउंट में रुपये जमा करा लिए। इसके बाद शातिर ने फोन उठाना बंद कर दिया। पीडि़त ने मामले में थाना हरीपर्वत में शिकायत दर्ज कराई है।

बेंगलुरु से मंगवाना था नारियल

ट्रांस यमुना कॉलोनी, रामबाग निवासी शांतनु कौशिक पुत्र देवकी नंदन कौशिक का नोएडा में ट्रांसपोर्ट का काम है। शांतनु को बेंगलुरु से दिल्ली नारियल मंगवाने थे। ट्रांसपोर्टर ने एक वेबसाइट के माध्यम से कॉल कर क्वेरी दी। इसके बाद उनके पास कॉल आने शुरू हुए। एक ट्रांसपोर्टर ने कॉल कर 20 हजार रुपये पेटीएम करने की बात की तो शांतनु ने मना कर दिया।

फिर से आया कॉल रुपया किया जमा

दूसरी बार दूसरे नम्बर से दूसरे ट्रांसपोर्टर का कॉल आया। उसने पांच हजार रुपये पेटीएम व 20 हजार रुपये अकाउंट में जमा कराने को कहा। इस पर 30 सितम्बर को पांच हजार रुपये पेटीएम करा दिए। एक अक्टूबर को 20 हजार रुपये दिए गए फेडरल बैंक एमजी रोड के अकाउंट में जमा किए। शातिर ने ट्रांसपोर्टर के पास वेबसाइट की फोटो, पैन कार्ड, जीएसटी कार्ड आदि भेज कर विश्वास जमाया।

अब फोन नहीं उठा रहा है शातिर

रुपया जमा कराने के बाद भी ट्रक नहीं भेजा। कॉल करने पर शातिर गुमराह करने लगा। अंत में उसने रुपया वापस करने का झांसा दिया। उसने बोला कि आपका रुपया पेटीएम कर दिया है। उसका स्क्रीन शॉट भी भेजा पर वह फर्जी था। मोबाइल पर पेमेंट कटने का मैसेज का स्क्रीन शॉट भेजा। सभी मैसेज फोटोशॉप से बनाए गए थे। अब शातिर फोन नहीं उठा रहा है।

दिल्ली में बना रखा है ऑफिस

पीडि़त ट्रांसपोर्टर के मुताबिक शातिर ने जो दिल्ली का एड्रेस बताया वहां पर गए तो ऑफिस बंद मिला। रुपया लौटाने के लिए शातिर ने संजय प्लेस कॉरपोरेशन बैंक में भी बुलाया, पर वह नहीं आया। पीडि़त ने मामले में थाना हरीपर्वत पर शिकायत की है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।