आईडी पर आए मेल के जाल में फंस गया छात्र

लगातार शातिर जमा कराता रहा लाखों रुपया

आगरा। सावधान यदि आपके मेल आईडी पर विदेश में नौकरी दिलाने वाला मेल आए तो समझ लें कि आप किसी शातिर के जाल में फंसने जा रहे हैं। अछनेरा के एक छात्र को साइबर शातिर ने निशाना बना लिया। विदेश में नौकरी का लालच देकर शातिर बराबर उससे रकम जमा कराता रहा, लेकिन जब रकम जमा करने का सिलसिला नहीं थमा तो छात्र को धोखे का एहसास हुआ लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। साइबर टीम इस मामले में जांच कर रही है।

छात्र की आईडी पर आया था मेल

अछनेरा निवासी एक छात्र ने बीएससी की है। पिता प्राइवेट जॉब करते हैं। छात्र के पास अगस्त 2016 में ईमेल आईडी पर एक पत्र आया। पत्र में अमेरिका में नौकरी लगवाने का ऑफर था। छात्र विदेश में नौकरी के नाम पर खुश हो गया। लेकिन पत्र में एक कंडीशन रख दी गई। वर्क परमिट के नाम पर उससे 46 हजार रुपये आईसीआईसीआई बैंक के अकाउंट में जमा कराने को कहा गया। छात्र ने 11 अगस्त को अकाउंट में रुपया जमा करा दिया। छात्र को भरोसा था कि उसकी नौकरी लग जाएगी।

रेजीडेंस परमिट के नाम पर जमा कराया रुपया

इसके बाद पांच दिन बीत गए। इसके बाद छात्र से रेजीडेंस परमिट के नाम पर 32500 रुपये जमा कराने की बात कही। छात्र ने 17 अगस्त किसी तरह व्यवस्था कर रुपये अकाउंट में जमा करा दिए। इसके बाद 30500 रुपये व 32000 रुपये जमा कराने की बात कही। छात्र ने टोका तो शातिर ने सारा रुपया बाद में वापस करने का विश्वास दिलाया।

कागजी कार्रवाई के नाम पर भी मांगा रुपया

इसके बाद छात्र से कागजी कार्रवाई के नाम पर 61 हजार रुपये जमा कराने की बात कही। छात्र ने उसी अकाउंट में जमा करा दिए। इसके बाद छात्र अपने ज्वाइंनिंग लैटर का इंतजार करने लगा। साइबर शातिर फोन पर लगातार उससे गुमराह करता रहा। उसने छात्र को विश्वास में ले लिया था कि वह उसकी नौकरी लगवा देगा। इतना रुपया देने के बाद छात्र को भी भरोसा हो गया।

यूएस एंबेसी की फर्जी आईडी से किया मेल

इसके बाद छात्र के पास यूएस एंबेसी की फर्जी मेल आईडी से मेल आया, जिसमें 1500 यूएस डॉलर करीब एक लाख रुपये जमा कराने की बात लिखी थी। छात्र के परिवार ने किसी तरह व्यवस्था कर रुपये जमा करा दिए, लेकिन इसके बाद भी ज्वाइंनिंग लैटर नहीं आया बल्कि फिर से 1 लाख 6 हजार की डिमांड की गई। इसी के छात्र को ठगी का अहसास हुआ।

छात्र ने की थाने में शिकायत

इसी के बाद छात्र ने थाना अछनेरा में मामले की शिकायत की। थाने में मामला डीआईजी की साइबर सेल में आया है। साइबर का शातिर लगातार छात्र से फोन पर बात करता था। साइबर की टीम शातिर की तलाश में जुट गई है साथ ही बैंक खाते के खाताधारक के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

ब्याज और उधार लिया रुपया

छात्र के मुताबिक उसने रुपयों की व्यवस्था अपने मिलने वालों व दोस्तों से लेकर की थी। इसके अलावा उसने ब्याज पर भी रुपया लिया था। उसे नहीं पता था कि वह किसी बड़े जाल में फंसता जा रहा है। उसके ऊपर बहुत कर्जा हो गया है। परिवार इस घटना के बाद बहुत परेशान है।