- आरटीओ में थर्सडे को पकड़ा गया दलाल

BAREILLY:

गाडि़यों के ट्रांसफर में दलाल बड़ा खेल कर रहे हैं। फर्जी इंश्योरेंस की कॉपी लगाकर आरटीओ से वाहन का ट्रांसफर दूसरे के नाम करा रहे हैं। थर्सडे को एक ऐसा ही मामला सामने आया। जब दलाल ने किसी अन्य वाहन का इंश्योरेंस की कॉपी ट्रांसफर होने वाले वाहन के डॉक्यूमेंट में लगा दिया और वाहन का ट्रांसफर कराने एआरटीओ प्रशासन आरपी सिंह के पास पहुंच गया। हालांकि, मामला पकड़ में आ गया।

किसी अन्य वाहन के इंश्योरेंस पर ट्रैक्टर का नम्बर

पुरनपुर तहसदर शाहजहांपुर निवासी सबीर ने अपना ट्रैक्टर संख्या यूपी 27 एक्स 3824 को डंडुआ नवाबगंज निवासी कस्तूरी के हाथों में बेच दिया। सबीर ने ट्रैक्टर 4 जनवरी को 2018 को कस्तूरी को बेचा था। थर्सडे को शराफत नाम का व्यक्ति डॉक्यूमेंट के साथ आरटीओ पहुंचा। जिसके पास गाड़ी ट्रांसफर के कागज, इंश्योरेंस सब कुछ था। शराफत ने सारे कागज बाबू को गाड़ी ट्रांसफर कराने के लिए दिए। बाबू को शक हुआ कि इंश्योरेंस फर्जी है। उसने इंश्योरेंस के बार कोड को डिकोड किया तो पता चला कि इंश्योरेंस किसी अन्य वाहन के हैं।

गाड़ी खरीदने वाले ने कहा मैंने नहीं कराई हैं इंश्योरेंस

बाबू ने इस बात को एआरटीओ प्रशासन आरपी सिंह को बताई। जब आरपी सिंह ने दलाल से पूछा इंश्योरेंस सही है और कहा से कराया है, तब भी दलाल का यही कहना था कि इंश्योरेंस इसी गाड़ी का है। जो कि उसने युनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड से कराई है। फिर आरपी सिंह ने जिनके नाम गाड़ी ट्रांसफर होने वाला था यानि कस्तूरी को फोन लगाया। कस्तूरी से पूछा कि क्या आपने इंश्योरेंस कराए हैं, तो उसने साफ मना कर दिया। सख्ती से पूछताछ़ करने पर शराफत ने बताया कि उसने ही यह सब कुछ किया है। किसी और वाहन के इंश्योरेंस की कॉफी पर ट्रैक्टर के नम्बर को स्कैन कर दिए। ताकि, वाहन के ट्रांसफर में कोई दिक्कत न आए।

चेतावनी देकर छोड़ दिया

जब एआरटीओ प्रशासन आरपी सिंह ने एफआईआर दर्ज कराने की बात कही तो शराफत नाम का व्यक्ति माफी मांगने लगा, जिसके बाद आरपी सिंह ने सारे कागजात अपने पास रख शराफत को चेतावनी देकर छोड़ दिया।

शराफत नाम के व्यक्ति को थर्सडे को पकड़ा गया था। जो कि किसी अन्य वाहन के इंश्योरेंस का इस्तेमाल कर ट्रैक्टर का ट्रांसफर एक से दूसरे व्यक्ति के नाम कराने की कोशिश कर रहा था।

आरपी सिंह, एआरटीओ प्रशासन