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AGRA : घर बैठे ऑनलाइन विज्ञापन क्लिक करके कमाई का लालच देकर गाजियाबाद की कंपनी ने निवेशकों के करोड़ों रुपये हड़प लिए। नोटबंदी के दौरान इस रकम को पंजाब के पटियाला के एक कारपोरेशन बैंक में वहां के स्टाफ की मिलीभगत करके जमा कराके निकाल ली।

ऑनलाइन हुई थी ठगी

निवेशक के मुकदमा दर्ज कराने के बाद मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने आरोपित बैंक मित्र को गिरफ्तार करके मंगलवार को जेल भेज दिया। ताजगंज के शमसाबाद मार्ग स्थित अंसल टाउन निवासी यशपाल सिंह प्रॉपर्टी डीलर हैं। दो वर्ष पहले उन्होंने गाजियाबाद की कंपनी आईटी सॉल्यूशन में रिश्तेदारों से उधार लेकर 15 लाख रुपये निवेश किया। कंपनी ने उन्हें घर बैठे निवेश की गई रकम का दो प्रतिशत मुनाफा देने का लालच दिया था। उन्हें बताया गया था कि कंपनी द्वारा दिए गए ऑनलाइन विज्ञापन को क्लिक करना है। यशपाल सिंह के अनुसार दो महीने तक कंपनी ने उन्हें मुनाफा दिया। इसके बाद उन्हें पेमेंट करना बंद कर दिया। जानकारी करने पर वह टालमटोल करने लगी।

नोटबंदी से खुला मामला

इस बीच नवंबर 2016 में नोटबंदी हो गई। कंपनी ने उन समेत दर्जनों निवेशकों के करोड़ों रुपये हड़प लिए। उन्होंने पिछले वर्ष ऑनलाइन कंपनी के महाप्रबंधक अमन वरुण एवं मनोज के खिलाफ सिकंदरा थाने में धोखाधड़ी एवं आईटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस की साइबर सेल और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर जय नारायण सिंह ने विवेचना की। जांच में पता चला कि ऑनलाइन कंपनी के अधिकारियों ने निवेशकों की रकम नोट बंदी के दौरान पटियाला के नाभा की कारपोरेशन बैंक में जमा कराए थे। यह रकम बैंक स्टाफ एवं बैंक मित्र गुरजंट सिंह निवासी नाभा की मिलीभगत से जमा कराई गई थी। जिसे फर्जी नाम से खोले खातों और किसानों के खातों में जमा कराने के बाद निकाल लिया गया था। एसपी क्राइम मनोज सोनकर ने बताया आरोपित गुरजंट को जेल भेजा है।

सावधान! एक लिंक उड़ा सकता है आपका रुपया

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