-पीएम का आध्यात्मिक गुरु बताकर ली थी वीआईपी सुविधा

BAREILLY: पीएम का आध्यात्मिक गुरु बताकर वीआईपी सेवा लेने वाला कथक गुरु पुलकित महाराज उर्फ पुलकित मिश्रा बरेली में भी आकर रुका था। उसे वीआईपी के तौर पर पुलिस स्कॉट और सर्किट हाउस में रूम अलॉट किया गया था। वह आंवला और सिरौली में भी गया था और बीजेपी नेताओं से भी मिला था। इस मामले की जांच करने मंडे को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच पहुंची और सिटी मजिस्ट्रेट आलोक कुमार से रिकार्ड लिए। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसे पीएमओ की शिकायत पर गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है।

23 अप्रैल को आया था बरेली

बता दें कि पुलकित महाराज अप्रैल माह में सीतापुर डिस्ट्रिक्ट गया था और उसने वीआईपी सेवा ली थी। वहां के डीएम ने शक होने पर इसकी शिकायत पीएमओ से की थी। जिसके बाद पता चला था कि पीएमओ से उसे वीआईपी सुविधा देने का कोई लेटर ही जारी नहीं हुआ था। उसने केंद्र के एक मंत्रालय के नाम से फर्जी लेटर भेजा था। पीएमओ के निर्देश पर क्राइम ब्रांच ने जांच कर गाजियाबाद से पुलकित को गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद जांच में आया था कि वह बरेली भी आया था। क्राइम ब्रांच ने इस संबंध में बरेली जिला प्रशासन से संपर्क किया था। वह पीएम व अन्य नेताओं के साथ अपने फोटोग्राफ दिखाकर धौंस जमाता था।

वीआईपी प्रोग्राम हुआ था जारी

मंडे को दिल्ली क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर सत्यवान की मौजूदगी में टीम पहुंची। डीएम के निर्देश पर वीआईपी अधिकारी सिटी मजिस्ट्रेट अशोक कुमार से रिकार्ड मांगे। सिटी मजिस्ट्रेट ने पहले ही रिकार्ड तैयार कर रखे थे। जिसके तहत उसकी विजिट के लिए भेजा लेटर, लेटर के आधार पर वीआईपी प्रोग्राम और फिर अधिकारियों और सांसद और विधायकों को प्रतिलिपि भेजी गई थी। उसे सर्किट हाउस में रूम भी अलॉट किया गया था और पुलिस एस्कॉर्ट भी मिली थी। उसने सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी, जिसमें उसने बताया था कि उसने ही नरेंद्र मोदी के पहली बार पीएम बनने की घोषणा की थी। बताया जा रहा है कि मूलरूप से आंवला के गांव का रहने वाला है। वह यहां भी गया था और उसके बाद सिरौली में एक वैवाहिक प्रोग्राम में भी गया था।