सीख लेने की जरूरत

मेडिकल टेस्ट्स किसी भी ट्रीटमेंट का इम्पॉर्टेंट हिस्सा हैं। इस जरूरत को समझते हुए राजस्थान गवर्नमेंट ने हाल ही में पेशेंट्स को स्टेट के सभी गवर्नमेंट हॉस्पिटल में ईसीजी, एक्स-रे, ब्लड सुगर, ब्लड यूरिया सहित कई तरह के डायग्नोस्टिक टेस्ट्स फ्री में कराने की सुविधा मुहैया कराई है। राजस्थान गवर्नमेंट 15 अगस्त तक इस स्कीम को सभी पीएचसी और डिसपेंसरीज में भी इंप्लीमेंट करने की प्लानिंग कर रही है। पर बात स्टेट की करें तो यहां इस तरह की स्कीम को इंप्लीमेंट करने की बात तो दूर लोगों को फ्री में किए जाने वाले टेस्ट्स के लिए भी पैसे खर्च करने के लिए मजबूर किया जाता है। सिटी के गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में भी कुछ ऐसी ही स्थिति देखने को मिलती है।

free test बस एक सपना
सिटी स्थित एमजीएम हॉस्पिटल में डेली करीब एक हजार पेशेंट ट्रीटमेंट के लिए आते हैं। इनमें से कई ऐसे होते हैं जिनके ट्रीटमेंट के लिए मेडिकल टेस्ट्स की जरूरत पड़ती है। गवर्नमेंट द्वारा हॉस्पिटल में कई तरह के टेस्ट्स की सुविधा मुहैया कराई गई है। इनमें से सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्सरे जैसे कुछ टेस्ट तो फ्री है पर कई
पैथोलॉजिकल टेस्ट फ्री ऑफ कॉस्ट भी किए जाते हैं.पर अक्सर किसी ना किसी वजह से इनमें से कई टेस्ट फैसीलिटी अन-अवेलेवल रहती है। ऐसे में पेशेंट्स को सरकारी सुविधा होने के बावजूद बाहरी पैथोलॉजिकल क्लिनिक्स में पैसे खर्च करने पड़ते हैं।

Chargeable करने की तैयारी
कुछ ऐसी ही कंडीशन सदर हॉस्पिटल की भी है। सदर हॉस्पिटल में भी एक्स-रे सहित कई तरह के टेस्ट किए जाने की सुविधा है। फिलहाल हॉस्पिटल में एक्सरे के अलावा
सभी पैथोलॉजिकल टेस्ट प्री में किए जा रहे हैं, लेकिन जल्द ही ये सुविधा भी बंद हो सकती है.सिविल सर्जन डॉ जगत भूषण ने बताया कि अगर पैथोलॉजिकल टेस्ट के लिए एमजीएम में चार्ज लिया जाता होगा तो सदर हॉस्पिटल में भी इस सिस्टम को लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी के लिए एमजीएम को लेटर भी लिखा गया है।

टेस्ट फ्री ऑफ कॉस्ट किए जा रहे हैं। एमजीएम में अगर चार्ज लिया जाता है, तो सदर हॉस्पिटल में लिया जाएगा।
-डॉ जगत भूषण, सिविल सर्जन