- स्टेशन पर इंक्वायरी ऑफिस से मिलेगा पासवर्ड

- स्टेशन पर बनाया गया आधुनिक सुविधायुक्त परिसर

- छपरा और गोरखपुर में भी यह सुविधा देने का है विचार

LUCKNOW: लखनऊ जंक्शन आने वाले पैसेंजर्स अब फ्री इंटरनेट यूज कर सकेंगे। सैटर्डे को पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम राजीव मिश्र ने चारबाग रेलवे स्टेशन पर फ्री वाई-फाई सेवा की शुरुआत की। हालांकि, अभी यह सुविधा किस वर्ग के पैसेंजर्स को दी जाएगी और शुरुआती 20 मिनट के बाद कितना चार्ज लिया जाएगा, यह तय होना बाकी है।

लगे हैं दो इलेक्ट्रॉनिक डिसप्ले बोर्ड

चारबाग के एनईआर स्टेशन पर एंट्री लेते ही आप वाई-फाई जोन में पहुंच जाएंगे। यहां पर आधुनिक सुविधायुक्त परिसर (कॉनकोर) बनाया गया है। इस परिसर में एयरपोर्ट की तरह नजर आने वाली कुर्सियां डाली गई हैं। इन 8ब् लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इस एरिया में दो एलईडी टीवी के अलावा दो इलेक्ट्रॉनिक डिसप्ले बोर्ड भी लगाए गए हैं, जिन पर ट्रेनों का शेडयूल देखने को मिलेगा।

ऐसे काम करेगा वाई-फाई

वाई-फाई जोन में पहुंचने के बाद नेट यूज करने वालों को एक पासवर्ड दिया जाएगा, जिससे वह अपना मोबाइल या लैपटॉप नेट से कनेक्ट कर सकेंगे। यह पासवर्ड इंक्वायरी ऑफिस की ओर से जारी किया जाएगा। पासवर्ड ख्ब् घंटे में बदल दिया जाएगा।

बनेंगे कुछ नियम

रेलवे प्रशासन के अनुसार नेट यूज करने वालों को शुरुआती ख्0 मिनट में यह सुविधा फ्री मिलेगी। उसके बाद यूजर को कुछ शुल्क चुकाना होगा। अभी शुल्क डिसाइड नहीं किया गया है लेकिन जल्द ही इसके रेट तय किए जाएंगे। इसके साथ ही यह भी तय किया जाएगा कि किस श्रेणी के लोगों को वाई-फाई की सुविधा दी जाएगी। ऐसे में संबंधित श्रेणी के लोगों को टिकट भी दिखाना होगा। इस पर काम चल रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम राजीव मिश्र ने कहा कि यह पहला जंक्शन है जहां इंटरनेट की सुविधा शुरू हुई। इसके बाद छपरा और गोरखपुर में भी यह सुविधा देने का विचार है।

पैसेंजर्स फैसेलटीज के लिए 88 करोड़

पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम ने बताया कि पैसेंजर्स को बेहतर फैसेलटीज देने के लिए 88 करोड़ रुपया इस बजट में मिला है जो कि पिछले बजट की तुलना में दोगुना है। दोहरीकरण और विद्युतीकरण के लिए ख्क्00 करोड़ रुपये मिले हैं। पिछले बजट में इसके लिए 9भ्0 करोड़ मिले थे।

माह के अंत तक डबल डेकर भी

लखनऊ से दिल्ली चलने वाली डबल डेकर ट्रेन इस महीने के अंत तक चल सकती है। जीएम राजीव मिश्र ने बताया कि इसे चलाने के लिए सेंट्रल रेलवे सर्विस (सीआरएस) ने परमीशन भी दे दी है। अब रेलवे बोर्ड की मंजूरी मिलते ही इसे शुरू कर दिया जाएगा। उम्मीद है कि मंथ एंड तक उसकी भी मंजूरी मिल जाएगी।

पैसेंजर्स से बातचीत

शुक्र है यह सेवा यहां शुरू हुई। अब कम से कम ट्रेन का वेट करने पर बोरियत नहीं होगी। इसके अलावा हम लोग नेट से जुड़े काम तो निपटा ही सकते हैं। यह सेवा बहुत देर से शुरू हुई। जितनी जल्दी हो सभी स्टेशंस को वाई-फाई जोन से जोड़ा जाना चाहिए।

नीरज ढाका, जॉब

अब स्टेशन पर आसानी से पता लग सकेगा कि ट्रेन की लोकेशन कहां हैं। अब तक लोगों को ट्रेन की लोकेशन जानने के लिए इंक्वायरी काउंटर के चक्कर लगाने पड़ते थे। इसके अलावा ट्रेन से जुड़ी अन्य जानकारियां भी मिल जाएंगी।

रजत खंडेलवाल, जॉब

वाई-फाई जोन स्टेशन पर बहुत जरूरी था। पैसेंजर्स को ट्रेनों की इंक्वायरी के लिए बार-बार पूछताछ केंद्र के चक्कर लगाने होते थे। हर वक्त वहां पर भीड़ लगी रहती है। अब सब कुछ एक क्लिक में पता चल जाएगा।

नौशाद, बिजनेस