-जेके इंस्टीट्यूट में फ्रेशर्स के लिए आर्गनाइज हुई ग्रैंड वेलकम पार्टी

-भावी टेक्नोक्रेट्स ने मचाया धमाल, आई नेक्स्ट भी बना सहयोगी

ALLAHABAD: ये फ्यूचर के टेक्नोक्रेट्स हैं। इनमें कईयों को देश और दुनिया की बुलंदियों तक पहुंचना है। लेकिन, बात जब पढ़ाई लिखाई के टैलेंट से हटकर कुछ नया करके दिखाने की आयी तो इसमें भी वे पीछे नहीं रहे। फिर चाहे वह डांस करके दिखाना हो या फिर सांग का जलवा बिखेरना रहा हो। फ्रेशर्स को देखकर भी ऐसा नहीं लगा कि वे सीनियर्स के बीच अनकम्फर्टेबल फील कर रहे हों। रैम्प पर वॉक करके उन्होंने सभी को स्तब्ध कर दिया। प्रोग्राम में आई नेक्स्ट का भी एसोसिएशन रहा और मिस्टर व मिस फ्रेशर को ड्यूक के टी शर्ट गिफ्ट किए गए।

डांस-सांग का दिखा जलवा

यह नजारा रहा इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के जेके इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाईड फिजिक्स एंड टेक्नोलॉजी का, जहां फ्राईडे को बीटेक सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स ने फ‌र्स्ट ईयर में एडमिशन लेने वाले फ्रेशर्स के लिए ग्रैंड वेलकम पार्टी का आयोजन किया। प्रोग्राम का नाम भी यूनीक तरीके से एग्जूबरेंस रखा गया था। जिसमें सीनियर्स की मौजूदगी में जूनियर्स ने खूब धमाल मचाया। कार्यक्रम के एनागरेशन के बाद हुए डांस-सांग में हमारी अधूरी कहानी, चल वहां जाते हैं, चांदनी ओ मेरी चांदनी, तड़प तड़प कर इस दिल से आह निकलती रही, टीएमओ आदि सांग की धूम रही।

इंट्रोडक्शन में लगी क्लास

उधर, इन टु द फ्यूचर थीम पर आर्गनाइज ड्रामे ने भी सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। इसमें प्रतिभागियों के अलग-अलग ग्रुप्स ने सास-बहू के झगड़े, परिवार में बनते बिगड़ते रिश्तों के थ्रू समाज का आइना दिखाने की कोशिश की। प्रोग्राम के मजेदार इवेंट्स में एक पर्सनल इंटरव्यू भी देखने लायक रहा। इसमें फ‌र्स्ट इयर के स्टूडेंट्स को सीनियर्स के सामने अपना इंट्रोडक्शन देना था। वैसे तो इस तरह के इंट्रोडक्शन लेने पर मनाही है। लेकिन टीचर्स की मौजूदगी में पॉजिटिव एटमॉसफियर में हुए इस आयोजन का पर्पज जूनियर्स को उनकी अच्छाई और खामियों से परिचित कराना था।

रैपिड फायर में हुए सवाल-जवाब

पर्सन इंटरव्यू के दौरान हंसी के ठहाके भी खूब लगे। मसलन, इंट्रोडक्शन देने वाले की हाबी और ऐम पर हुए सवालों ने उन्हें खूब छकाया। इस मौके पर डिफरेंट टाइप्स के कुछ गेम्स का भी आयोजन हुआ। क्लिप क्लाक गेम में छात्राओं को 30 सेकेंड में अपने बालों पर क्लिप लगानी थी। वैसे तो लड़कियों को इस काम में कोई मुश्किल नहीं आनी चाहिए थी। टाइम बाउंडेशन के चलते कई लड़कियां इस छोटे से खेल में फिसड्डी साबित हुई। इसके अलावा रैपिड फायर गेम में तुरत-फुरत हो रहे सवाल जवाब में किसी के हाथ निराशा लगी तो कोई चुटकी बजाते बाधा को पार करते देखा गया।

रैम्प वॉक में स्टेज पर दिखाया दम

सुबह 10 बजे से शुरू हुई रंगारंग कार्यक्रमों की श्रंखला का सबसे बड़ा अट्रैक्शन शाम के समय आर्गनाइज रैम्प वाक रहा। इसमें फ्रेशर्स की चहलकदमी ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। वैसे यह कोई मॉडलिंग जैसा रैम्प वॉक नहीं था। इसमें कल्चरल इवेंट की मर्यादा का पूरा ख्याल रखा गया। इवेंट में मुख्य भूमिका निभाने वाले आयुष चौधरी ने बताया कि रैम्प वॉक प्रोग्राम कां डिजाइन इस तरह से किया गया था कि जजिंग आसान हो। प्रोग्राम को टीचर्स ने भी एंज्वॉय किया। इनमें प्रो। आरआर तिवारी, प्रो। एचके दीक्षित, प्रो। एसजी प्रकाश, डॉ। एनके शुक्ला के अलावा छात्रों में अखिल रेड्डी, प्रणय राज आनंद, दिव्यांशु, सर्वेश, राहुल आदि शामिल हुए।