जिस लड़की को आप बेस्ट फ्रेंड बनाने के लिए बेताब हैं फ्रेंडशिप डे पर उससे फ्रेंशशिप बैंड बंधवाने के सपने संजो रहे हैं, कहीं ऐसा ना हो कि वही लड़की आपको राखी बांध दे।

कहीं गलती से सात अगस्त को आप ही उसे फ्रेंडशिप बैंड देने के बजाय राखी ना गिफ्ट कर दें और वो उसे आपकी कलाई पर बांध दे। वजह, मार्केट में डिफरेंट टाइप की राखियां बिक रही हैं, वहीं फ्रेंडशिप के लिए एक से एक स्टायलिश बैंड भी दुकानों पर सजे हुए हैं। कन्फ्यूजन यह है कि दुकानों पर सजी बहुत सी राखियां और फ्रेंडशिप बैंड देखने में ज्यादा अलग नहीं लगते हैं।

ऐसे में यंगस्टर्स कंफ्यूजन में हैं। दुकानदारों की मानें तो राखी के खरीदार कम और फ्रेंडशिप बैंड खरीदने वालों की संख्या अधिक है। इतना ही नहीं राखी की कीमत के मामले में लोग समझौता कर लेते हैं, लेकिन फ्रेंडशिप बैंड के लिए लोग दिल खोल कर खर्च कर रहे हैं।

कौन है राखी, कौन है बैंड

कपूरथला स्थित आर्चीज गैलरी में घुसते ही ठीक सामने राखियां सजी हुई हैं। इनमें कई तरह की लुम्बा राखी से लेकर रोली-चावल रखने वाली राखियां भी मौजूद हैं। यहां पर कई तरह के फ्रेंडशिप बैंड भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा आईटी चौराहे के निकट सजी राखी की दुकानों पर भी फ्रेंडशिप बैंड मौजूद हैं। इंदिरा नगर स्थित सलोनी गिफ्ट सेंटर के गौरव अवस्थी ने बताया कि मार्केट में तमाम शॉप कीपर को ही नहीं पता कि कौन सी राखी है और कौन सा फ्रेंडशिप बैंड। लोगों को जो कुछ पसंद आ जाए दुकानदार उसको वही बताकर बेच देते हैं। चाहे वह फ्रेंडशिप बैंड के नाम से बिके या राखी के नाम पर।

Friendship band in demand

गोमती नगर पत्रकारपुरम चौराहे के निकट बैंड और राखी का स्टाल लगाने वाले तुषार बताते हैं कि फ्रेंडशिप बैंड की डिमांड राखियों से अधिक है। इसके अलावा राखी महंगी होने पर उसके दाम को कम करने की डिमांड की जाती है। जबकि फ्रेंडशिप बैंड के दाम जो बताइये वही मिल जाता है। इसके अलावा अच्छे से अच्छा फ्रेंडशिप बैंड देने की मांग की जाती है। एक अन्य शॉपकीपर अजय शर्मा ने बताया कि राखी के दाम पांच रुपए से शुरू होकर 125 रुपए तक हैं। जबकि फ्रेंडशिप बैंड के दाम 25 रुपए से लेकर 250 रुपए तक हैं। कुछ ऐसा ही हाल रक्षाबंधन और फ्रेंडशिप डे के लिए कार्डस का भी है।

Online i love you

न पिटाई का झंझट, और न ही बेइजज्ती का खतरा। एक्सपेट कर लिया तो बल्ले-बल्ले नहीं तो आई एम सारी का टैग लगा कर आगे का रास्ता तय कर लेंगे। जी हां, फ्रेंडशिप डे से कुछ दिन पहले कुछ ऐसा ही सीन है इंटरनेट की ऑनलाइन दुनिया में। कोई कंप्यूटर ट्रेनिंग ले रहा है तो कोई फेसबुक पर अपना एकाउंट बनाकर दोस्त को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता दिखाई दे रहा है।

हलचल चालू

फ्रेंडशिप डे से पहले फेसबुक, आरकुट और दूसरी कम्युनिटी साइट्स पर खास हलचल है। दोस्त तक दोस्ती का पैगाम पहुंचाने के लिए अब किसी की चिरौरी नहीं बल्कि फेसबुक का सहारा है। निलेश की आरती से हाय हैलो तो हैं लेकिन उनके रिश्ते में अभी भी बहुत सी चीजें हिडेन हैं। नीलेश ने हिडेन चीजों को समझने के लिए कंप्यूटर ट्रेनिंग ली फेसबुक पर एकाउंट बनाया और आरती को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। उसके बाद नीलेश ने स्टेट्स में आरती को इतना बौद्धिक दे दिया कि आरती उनकी फैन हो गई।

मोहसिन कहते हैं कि उन्हें भी ऑनलाइन दुनिया भा गई पहले नेट का इस्तेमाल इधर उधर की चीजों में गुजरता था लेकिन अब काम की चीजें हो रही हैं। उन्हें फ्रेंडशिप डे का इंतजार है ताकि वह पुराने दोस्तों को रिक्वेस्ट भेज कर उन्हें सरप्राइज कर सकें।

क्या कहते हैं दिग्गज

लखनऊ कंप्यूटर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के सीईओ फैज कहते हैं कि आजकल इंटरनेट पैकेज सीखने प्रोफेशनल और नान प्रोफेशनल लोग आ रहे हैं। इंस्टीटयूट के इंटरनेट पैकैज में नेट एक्सेस से लेकर ईमेल भेजना, चैटिंग करना और कम्युनिटी साइट आदि के बारे में बताया जाता है। जीटेक के सीईओ तारिक खान के मुताबिक ऐसे लोगों को फोकस किया जाता है जो सिर्फ इंटरनेट और दूसरी चीजों को सीखना चाहते हैं।

फ्रेंडशिप बैंड में इस बार राशि के नाम लिखे बैंड भी मौजूद हैं। इतना ही नहीं विभिन्न तरीकों के पत्थर लगे बैंड भी मौजूद हैं।