एमआरआई से पता चलेगी दिमाग की शक्ति

उम्र बढऩे के साथ ही दिमाग में नॉर्मल या एबनॉर्मल बदलाव आने लगते हैं। एबनॉर्मल बदलावों के कारण दिमाग के सोचने की क्षमता कम होती जाती है। दिमाग की कार्यप्रणाली इससे प्रभावित होने लगती है। नीदरलैंड के डॉ। मार्क वैन बकैम ने बताया कि इसके सही कारणों की जांच के लिए ही थ्री टैक्सला या 07 टैक्सला एमआरआई उपयोगी है। इससे पता लगाकर अल्जाइमर डिमेंशिया और वैस्कुलर डिमेंशिया दोनों का इलाज किया जा सकता है। यह काफी फायदेमंद है।

कई विचारों का हुआ आदान-प्रदान

फोर्टिस हॉस्पिटल, गुडग़ांव के डॉ। आरके गुप्ता ने होल बॉडी एमआरआई के बारे में बताया। अमेरिका के डॉ। विक्रम डोगरा ने लिवर की गांठों का परीक्षण करने में अल्ट्रासाउंड को उपयोगी बताया। पूना के डॉ। सुधीर गोखले ने पीलिया की जांच के लिए एमआरआई को सही बताया।

कोचीन में होगी अगली कॉन्फ्रेंस

67वीं कॉन्फ्रेंस के बाद 68वीं कॉन्फ्रेंस की तैयारी भी साथ-साथ शुरू हो गई है। यह कांफ्रेंंस कोचीन में होगी। इरिया के प्रेसीडेंट डॉ। राजेश कपूर ने अर्ली बर्ड रजिस्ट्रेशन काउंटर का उद्घाटन किया।