- डीजल व पेट्रोल की किल्लत से लगातार जूझ रहे हैं शहरी

- ग्रामीण एरिया के पेट्रोल पंपों की हालत नाजुक

ALLAHABAD: वाकई इस किल्लत को तोड़ ढूंढे नहीं मिल रहा है। शहर में लगातार पेट्रोल और डीजल का संकट गहराने से शहरी परेशान हो रहे हैं। मंगलवार को भी यह दिक्कत बदस्तूर जारी रही। लाख कोशिशों के बावजूद तेल कंपनियां पेट्रोल पंपों को राहत प्रदान नहीं कर पा रही हैं। इससे पब्लिक को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह समस्या ज्यादा गहरा सकती है।

ड्राई हैं आउटर के पंप

पेट्रोल-डीजल की क्राइसिस से केवल शहर के नहीं बल्कि ग्रामीण एरिया के पेट्रोल पंप भी जूझ रहे हैं। हालात यह हैं कि प्रॉपर सप्लाई नहीं हो पाने से कौशांबी, फूलपुर, नैनी सहित शहर के आसपास के पेट्रोल पंपों पर फ्यूल नहीं मिल पा रहा है। यहां रहने वाली पब्लिक को मजबूरी में शहर के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। पेट्रोल पंप डीलर्स का कहना है कि टैंकर काफी देरी से पहुंच रहे हैं, इससे स्टाक समय से पहले खत्म हो जाता है।

शहर में भी किल्लत चरम पर

दो सप्ताह से अधिक का समय बीत चुका है जब पेट्रोल पंपों तक प्रॉपरली फ्यूल की सप्लाई नहीं हो पा रही है। इंडियन ऑयल और भारत पेट्रोलियम द्वारा संचालित पेट्रोल पंपों पर ज्यादा परेशानी हो रही है। तेल कंपनियों की पाइप लाइन मरम्मत कार्य होने की वजह से दिक्कत पैदा हो रही है। यह परेशानी कब तक रहेगी, इस बारे में तेल कंपनियां भी स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रही हैं। मुगलसराय डिपो से इंकार होने के बाद अब पेट्रोल पंप संचालकों को कानपुर से पेट्रोल-डीजल मंगवाना पड़ रहा है। शहर तक आने में देर हो जाने से एरिया के कई पंप दिन बीतते-बीतते ड्राई हो जाते हैं।

नो एंट्री बनी है सिर का दर्द

पेट्रोल पंप डीलर्स की मानें तो क्राइसिस की इस घड़ी में जिला प्रशासन का साथ उन्हे नहीं मिल पा रहा है। सुबह से शाम तक बारह घंटे की नो एंट्री लगा दिए जाने की वजह से कानपुर से आने वाले टैंकर फंस जाते हैं। इससे प्रॉपर सप्लाई नहीं हो पा रही है। अगर प्रशासन टैंकरों को नो एंट्री से राहत दे दे तो शहर के लोगों को काफी हद तक राहत मिल सकती है।