- पेट्रोल-डीजल के लिए दिनभर भटकते रहे लोग

- सप्लाई बाधित होने से क्रिटिकल हुई कंडीशन

ALLAHABAD: फाफामऊ के रहने वाले राकेश को जरूरी काम से रविवार को बाहर जाना था। वह अपनी बाइक लेकर निकले तो पता चला कि पड़ोस के पेट्रोल पंप में पेट्रोल खत्म हो चुका है। उन्हें लगा की थोड़ी दूर स्थित पंप पर फ्यूल मिल जाएगा। पेट्रोल ढूंढते ढूंढते बालसन चौराहा पर आकर पेट्रोल मिला। रविवार को इसी स्थिति से कई लोगों को गुजरना पड़ा। क्योंकि पिछले दो सप्ताह से चली आ रही फ्यूल क्राइसिस रविवार को इस हद तक बढ़ गई कि शहर के अधिकांश पेट्रोल पंप दोपहर तक बंद हो गए थे।

दर-दर भटकते रहे लोग

रविवार सुबह तक शहर के पेट्रोल पंपों के हालात ठीक थे लेकिन दोपहर होते-होते इनकी हालत पतली हो गई। फाफामऊ, राजापुर, स्टैनली रोड, कचहरी, सिविल लाइंस, धूमनगंज आदि एरिया के फ्यूल स्टेशन बंद करना पड़ गया। पंप संचालकों का कहना था कि उनके पास पेट्रोल-डीजल का स्टाक खत्म हो चुका है। शुक्रवार और शनिवार को आया फ्यूल खत्म हो गया है और नए टैंकर आने की उम्मीद फिलहाल सोमवार तक नहीं है। ऐसे में फ्यूल लेने पहुंची पब्लिक को मजबूरी में भटकना पड़ा या तो घर लौटना पड़ा।

छुट्टी की वजह से नहीं मिला स्टाक

बता दें कि झूंसी और धूमनगंज डिपो में तेल क्राइसिस होने के बाद पेट्रोल पंप संचालक मुगलसराय से फ्यूल ले रहे थे। फिलहाल वहां से भी इंकार हो चुका है। इसके बाद कानपुर डिपो से सप्लाई शुरू हो गई थी। गाहे-बगाहे किसी तरह तेल शहर तक पहुंच रहा था लेकिन रविवार को इस उम्मीद पर भी ग्रहण लग गया। छुट्टी के दिन डिपो बंद होने की वजह से टैंकर शहर तक नहीं पहुंचे। इसकी वजह से पंपों पर सन्नाटा पसर गया। बताया जा रहा है कि आने वाले तीन-चार दिनों तक शहर के लोगों को जबरदस्त फ्यूल संकट से गुजरना पड़ सकता है।

शुरू हो गई कालाबाजारी

पेट्रोल और डीजल की क्राइसिस को देखते हुए शहर में जबरदस्त कालाबाजारी शुरू हो गई है। बिचौलिए पंपों पर पहुंचकर गैलन और ड्रम में तेल ले जा रहे हैं। शहर के अलग-अलग हिस्सों में खुला पेट्रोल और डीजल क्भ् से ख्0 रुपए अधिक दाम पर धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। इतना ही नहीं, क्राइसिस को देखते हुए लोगों ने तेल का स्टाक करना भी शुरू कर दिया है। पंपों पर लोग वाहनों की टंकी फुल कराने के साथ बोतलों में घर फ्यूल ले जा रहे हैं। इससे भी ज्यादा किल्लत पैदा हो रही है।

दो सप्ताह से चल रही क्राइसिस

शहर में डीजल-पेट्रोल की दिक्कत पिछले दो सप्ताह से चल रही है। पूर्व में धूमनगंज स्थित आईओसी के डिपो पर तकनीकी खराबी आ जाने के कारण पंपों तक तेल नहीं पहुंचा था। इसके बाद से अभी तक सप्लाई प्रॉपर नहीं हो पाई है। कंपनी के अधिकारी बताते हैं कि पाइप लाइन में काम चल रहा है जिसकी वजह से भी परेशानी हो रही है। मुगलसराय स्थित डिपो में भी शुरुआत में तीन से चार दिन तक ड्राई की समस्या थी। यहां भी सप्लाई पटरी पर नहीं लौट सकी है।

छोटे व्यापारी ज्यादा परेशान

दूर शहरों से तेल की सप्लाई होने की वजह से मंझोले पेट्रोल पंप व्यापारी ज्यादा परेशान हैं। खुद का टैंकर नहीं होने की वजह से उन्हें दो से तीन दिन के अंतर में तेल मिल रहा है। इसकी वजह से कुछ ही घंटों बाद उन्हें पंप बंद करना पड़ रहा है। वहीं बड़े व्यापारियों को अपने साधन से कानपुर और मुगलसराय से पेट्रोल-डीजल मंगाना पड़ रहा है। पिछले दो दिनों से पेट्रोल भी बड़ी मुश्किल से मिल पा रहा है।

फैक्ट फाइल

- केवल धूमनगंज आईओसी डिपो से रोजाना डेढ़ सौ टैंकर इलाहाबाद समेत आसपास के जिलो में तेल सप्लाई करते हैं।

- इलाहाबाद में प्रतिदिन चार सौ किलोलीटर पेट्रोल और क्भ्00 किलोलीटर डीजल की खपत होती है।

- जिले में डेढ़ सौ से अधिक पेट्रोल पंप मौजूद हैं।

- इनमें भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और इंडियन ऑयल के पंप शामिल हैं।

- जिला प्रशासन और सप्लाई विभाग द्वारा तेल कंपनियों को लेटर लिखे जाने के बावजूद अभी तक स्थिति नहीं सुधर सकी है।

- हालात नहीं सुधरे तो तीन से चार दिन तक पंपों पर फ्यूल मिलना हो जाएगा मुश्किल।

- ऐसा नहीं है कि सभी पेट्रोल पंप ड्राई हो जाएंगे। एचपीसी की ओर से सप्लाई दी जा रही है। बीपीसी और इंडियन ऑयल की पाइप लाइन में दिक्कत होने से क्राइसिस चल रही है। डिमांड ज्यादा होने से कुछ पंप जल्दी ड्राई हो जा रहे हैं।

अकबर, डीलर, शीन आटोमोबाइल, अटाला

- प्रशासन चाहे तो पब्लिक को इस क्राइसिस से निजात मिल सकती है। कानपुर से आने वाले टैंकरों को नो एंट्री की वजह से सुबह से शाम तक आउटर पर रुकना पड़ रहा है। जब तक धूमनगंज डिपो में दिक्कत है तो तब तक प्रशासन को नो एंट्री हटा देना चाहिए।

संजय सचदेवा, डीलर, सरल फ्यूल मार्ट, स्टैनली रोड

- तेल कंपनियों की लापरवाही से पेट्रोल पंप डीलर्स और पब्लिक को बहुत ज्यादा दिक्कत हो रही है। रविवार को क्राइसिस बहुत ज्यादा हो गई थी। सप्लाई बाधित रही तो यह स्थिति बनी रह सकती है।

मो। अशरफ अशफॉक, अध्यक्ष, इलाहाबाद पेट्रोल डीलर्स वेलफेयर एसोसिएशन