-तमाम कवायदों के बाद भी नहीं खत्म हो रही डीजल-पेट्रोल की क्राइसिस

-शुक्रवार को फ्यूल के लिए गर्मी में

कइयों को पैदल घसीटनी पड़ी गाड़ी

<-तमाम कवायदों के बाद भी नहीं खत्म हो रही डीजल-पेट्रोल की क्राइसिस

-शुक्रवार को फ्यूल के लिए गर्मी में

कइयों को पैदल घसीटनी पड़ी गाड़ी

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: गाड़ी में पेट्रोल कम है तो इसे घर से निकालने में अब डर लगने लगा है। कहीं ऐसा न हो कि बचा हुआ पेट्रोल भी फ्यूल स्टेशनों का चक्कर लगाने में ही न खत्म हो जाए और गाड़ी पैदल ही खसीटनी पड़े। क्योंकि तमाम कवायदों के बाद भी सिटी में फ्यूल क्राइसिस कम होने का नाम नहीं ले रही है। शुक्रवार को भी शहर के कई पेट्रोल पंप दोपहर तक ड्राई हो गए। इससे पब्लिक को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।

चार से पांच दिन में आ रहे टैंकर

दो दिन से टैंकर नहीं पहुंचने के कारण शुक्रवार को फिर कई पेट्रोल पंपों को बंद करना पड़ा। डीलर्स ने बताया कि पिछले एक महीने से हालात काफी नाजुक हो चले हैं। पहले प्रतिदिन तेल के टैंकर मिल जाते थे लेकिन अब चार से पांच दिन तक लाइन लगानी पड़ रही है। इसकी वजह से पंपों को बंद करना पड़ रहा है।

गिर गई है सेल

डीलर्स का कहना है कि टाइमली तेल नहीं आने से पंप बंद करना पड़ता है जिससे सेल डाउन हो जाती है। पंपों की कमाई पिछले एक महीने से 80 फीसदी तक गिर गई है। इससे कस्टमर्स का भरोसा भी टूट रहा है। जिन पंपों पर सुबह से शाम लाइन लगती थी वहां अब सन्नाटा पसरा हुआ है।

एक तिहाई आपूर्ति पर चल रही सप्लाई

इलाहाबाद में प्रतिदिन तकरीबन चार सौ लीटर किलोलीटर पेट्रोल और 1600 किलोलीटर डीजल की खपत होती है। पिछले एक महीने से हालात ऐसे बन गए हैं कि पचास फीसदी आपूर्ति पर ही पब्लिक की डिमांड को पूरा किया जा रहा है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में इंडियन ऑयल की सप्लाई में कुछ सुधार हुआ है लेकिन भारत पेट्रोलियम के हालात जस के तस बने हुए हैं। कंपनी के मुगलसराय डिपो में डीलर्स के टैंकर तेल के लिए दो से तीन दिन तक खड़े रहते हैं। फिर भी उन्हें पेट्रोल-डीजल नहीं दिया जा रहा है।

नो एंट्री पूरी कर देती है रही सही कसर

पेट्रोलियम की आपूर्ति तो गड़बड़ ही है, ऐसे में नो इंट्री भी दर्द बढ़ा रही है। डीलर्स का कहना है कि तेल से भरे टैंकर अगर रातों-रात पंप तक पहुंच गए तो गनीमत, वरना उन्हें सुबह पांच से शाम पांच बजे तक आउटर पर खड़े रहना पड़ता है। डीलर्स ने जिला प्रशासन से ऐसे मौके पर टैंकर्स को नो एंट्री से छूट दिए जाने की मांग की है।

मेंटेन है एचपीसी की सप्लाई

आईओसी या बीपीसी के पेट्रोल पंप ड्राई हो जाने की वजह से शहर के हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पंपों पर अधिक भार पड़ रहा है। हालांकि इस बीच एचपी के पंपों ने डिमांड को काफी हद तक पूरा करने की कोशिश की है। डांडी रीवा रोड स्थित हाईवे सर्विस स्टेशन के ओनर इशरत हुसैन कहते हैं कि हमारी सप्लाई प्रॉपर है, जिससे पब्लिक को परेशान नहीं होना पड़ता है।

फैक्ट फाइल

इलाहाबाद में कुल पेट्रोल पंप- 150

भारत पेट्रोलियम के पंप- 49

हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पंप- 44

इंडियन ऑयल के पंप- 57

प्रतिदिन खपत

पेट्रोल- 400 किलोलीटर

डीजल-1600 किलोलीटर

<गाड़ी में पेट्रोल कम है तो इसे घर से निकालने में अब डर लगने लगा है। कहीं ऐसा न हो कि बचा हुआ पेट्रोल भी फ्यूल स्टेशनों का चक्कर लगाने में ही न खत्म हो जाए और गाड़ी पैदल ही खसीटनी पड़े। क्योंकि तमाम कवायदों के बाद भी सिटी में फ्यूल क्राइसिस कम होने का नाम नहीं ले रही है। शुक्रवार को भी शहर के कई पेट्रोल पंप दोपहर तक ड्राई हो गए। इससे पब्लिक को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।

चार से पांच दिन में आ रहे टैंकर

दो दिन से टैंकर नहीं पहुंचने के कारण शुक्रवार को फिर कई पेट्रोल पंपों को बंद करना पड़ा। डीलर्स ने बताया कि पिछले एक महीने से हालात काफी नाजुक हो चले हैं। पहले प्रतिदिन तेल के टैंकर मिल जाते थे लेकिन अब चार से पांच दिन तक लाइन लगानी पड़ रही है। इसकी वजह से पंपों को बंद करना पड़ रहा है।

गिर गई है सेल

डीलर्स का कहना है कि टाइमली तेल नहीं आने से पंप बंद करना पड़ता है जिससे सेल डाउन हो जाती है। पंपों की कमाई पिछले एक महीने से 80 फीसदी तक गिर गई है। इससे कस्टमर्स का भरोसा भी टूट रहा है। जिन पंपों पर सुबह से शाम लाइन लगती थी वहां अब सन्नाटा पसरा हुआ है।

एक तिहाई आपूर्ति पर चल रही सप्लाई

इलाहाबाद में प्रतिदिन तकरीबन चार सौ लीटर किलोलीटर पेट्रोल और क्म्00 किलोलीटर डीजल की खपत होती है। पिछले एक महीने से हालात ऐसे बन गए हैं कि पचास फीसदी आपूर्ति पर ही पब्लिक की डिमांड को पूरा किया जा रहा है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में इंडियन ऑयल की सप्लाई में कुछ सुधार हुआ है लेकिन भारत पेट्रोलियम के हालात जस के तस बने हुए हैं। कंपनी के मुगलसराय डिपो में डीलर्स के टैंकर तेल के लिए दो से तीन दिन तक खड़े रहते हैं। फिर भी उन्हें पेट्रोल-डीजल नहीं दिया जा रहा है।

नो एंट्री पूरी कर देती है रही सही कसर

पेट्रोलियम की आपूर्ति तो गड़बड़ ही है, ऐसे में नो इंट्री भी दर्द बढ़ा रही है। डीलर्स का कहना है कि तेल से भरे टैंकर अगर रातों-रात पंप तक पहुंच गए तो गनीमत, वरना उन्हें सुबह पांच से शाम पांच बजे तक आउटर पर खड़े रहना पड़ता है। डीलर्स ने जिला प्रशासन से ऐसे मौके पर टैंकर्स को नो एंट्री से छूट दिए जाने की मांग की है।

मेंटेन है एचपीसी की सप्लाई

आईओसी या बीपीसी के पेट्रोल पंप ड्राई हो जाने की वजह से शहर के हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पंपों पर अधिक भार पड़ रहा है। हालांकि इस बीच एचपी के पंपों ने डिमांड को काफी हद तक पूरा करने की कोशिश की है। डांडी रीवा रोड स्थित हाईवे सर्विस स्टेशन के ओनर इशरत हुसैन कहते हैं कि हमारी सप्लाई प्रॉपर है, जिससे पब्लिक को परेशान नहीं होना पड़ता है।

फैक्ट फाइल

इलाहाबाद में कुल पेट्रोल पंप- क्भ्0

भारत पेट्रोलियम के पंप- ब्9

हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पंप- ब्ब्

इंडियन ऑयल के पंप- भ्7

प्रतिदिन खपत

पेट्रोल- ब्00 किलोलीटर

डीजल-क्म्00 किलोलीटर

((एक किलोलीटर का एक हजार लीटर माना जाता है<एक किलोलीटर का एक हजार लीटर माना जाता है)

)

-शहर में डीजल पेट्रोल सप्लाई के हालात बहुत ज्यादा खराब हैं। पब्लिक को परेशानी हो रही है। जब-तब पेट्रोल पंप बंद हो जाने से काफी दिक्कतें होती हैं।

शैलेश पांडेय

इतने लंबे समय से दिक्कत चली आ रही है, फिर भी अभी तक कोई हल नहीं निकला। इस मामले में प्रशासन को पहल करनी चाहिए। तेल कंपनियों से जवाब-तलब करना चाहिए।

रूबी ओझा

कई बार ऐसा होता है कि घर से निकलिए और पंप बंद मिलता है। गाड़ी में पेट्रोल नहीं है तो वापस लौटना पड़ता है। यह समस्या लंबे समय से चल रही है।

विपिन पांडेय

मुगलसराय डिपो से पांच-पांच दिन में तेल मिल रहा है। हमारे टैंकर वहां दो दिन से खड़े हैं। इससे ग्राहकों का भरोसा टूट रहा है और हमारी सेल भी खराब हो रही है।

मनोज,

मैनेजर, मंगलम सर्विस सेंटर, स्टैनली रोड

कभी हालात सुधरते हैं तो कभी गड़बड़ा जाते हैं। शुक्रवार को भी डिमांड से आधा पेट्रोल-डीजल ही डिपो से दिया गया है।

केसर,

इंडियन ऑटो सर्विस, सुलेम सराय

गाड़ी की टंकी फुल रखते हैं। पता नहीं कब पेट्रेाल के लिए मारामारी होने लगे।

राजेश्वर ठाकुर

पेट्रोल-डीजल की कमी से पब्लिक परेशान है और इस पर सरकार को सोचना चाहिए। वरना, समस्या गंभीर हो सकती है।

विनोद भारती

पेट्रोल और डीजल नहीं मिलने से पब्लिक को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जल्द से जल्द ये परेशानी दूर होनी चाहिए।

मो। शाकिब शेख

पहले तो प्राइज बढ़ा दिया और अब पिछले एक महीने से पेट्रोल और डीजल मिलने में दिक्कतें पेश आ रही है।

देवेंद्र यादव

पेट्रोल-डीजल की सिटी में क्राइसिस होने से बहुत मुश्किलें खड़ी कर सकता है। इससे महंगाई बढ़ सकती है।

प्रिंस दानिश जफर

पेट्रोल की परेशान सभी के लिए है। लोगों को इससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को इसके लिए उचित कदम उठाने चाहिए।

अक्षय दुबे

आज के युग में पेट्रोल और डीजल इतना जरूरी हो गया है कि लोग इसकी कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हैं। इस बात का फायदा सरकार उठाती है।

लव कुमार

इस समस्या का केवल एक ही कारण है कि ऑफिसर्स गैरजिम्मेदार हैं।

अर्जुन सिंह

स्थित खराब होती जा रही है। इससे चीजें अधिक महंगी हो जाएंगी।

शनि शिंकु श्रीवास्तव