- नहीं घटा किराया, टैंपो-टैक्सी चालक वसूल रहे एक साल पुराना किराया

- माल भाड़े में भी गिरावट नहीं, ट्रेवल एजेंसियों का रेट आसमान पर

<- नहीं घटा किराया, टैंपो-टैक्सी चालक वसूल रहे एक साल पुराना किराया

- माल भाड़े में भी गिरावट नहीं, ट्रेवल एजेंसियों का रेट आसमान पर

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: सोमवार को एक बार फिर पेट्रोल और डीजल के दाम कम हो गए। केंद्र में नई सरकार बनने के बाद यह सिलसिला लगातार चला आ रहा है। हर महीने ईधन के दामों में गिरावट जारी है। बावजूद इसके पब्लिक को कहीं से राहत मिलती नहीं दिख रही। इतना सब होने के बाद भी न तो टैंपो-टैक्सी का किराया कम हुआ और न ही माल भाड़े में कमी आई। ट्रेवल एजेंसियां भी मनमाने तरीके से पब्लिक से किराया वसूल कर रही हैं।

डीजल में आठ तो पेट्रोल में 12 रुपए से अधिक की गिरावट

अगस्त में केंद्र सरकार के गठन के बाद से अब तक डीजल के दाम चार बार घट चुके हैं। सबसे पहले 19 अक्टूबर 2014 को 3.37 रुपए प्रति लीटर की गिरावट हुई थी। तब से लेकर अब तक डीजल 8.46 रुपए तक कम हो चुका है। इसके अलावा पेट्रोल के दाम में आठ बार कमी की जा चुकी है। कुल मिलाकर पेट्रोल अब तक 12.47 रुपए प्रति लीटर सस्ता हो चुका है। वर्तमान में इलाहाबाद में पेट्रोल 67.90 रुपए और डीजल 55.55 रुपए में बिक रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आने वाले दिनों में ईधन के दामों और गिरावट के कयास लगाए जा रहे हैं।

फिर भी टैंपो-टैक्सी वालों का मीटर डाउन नहीं

पेट्रो पदार्थो के दामों में गिरावट के बावजूद शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सस्ता नहीं हुआ है। अभी भी एक साल पुराना किराया वसूला जा रहा है। उदाहरण के तौर पर शहर में एक से दूसरे कोने मे जाने के लिए 15 से 25 रुपए तक खर्च करने पड़ सकते हैं। इसी साल मार्च में कचहरी से मुंडेरा के बीच टैंपो का किराया 12 रुपए था और आज भी यही है। डीजल के दामों में दस रुपए तक गिरावट आने के बाद भी किराए पर असर नहीं पडा। अगर किसी सवारी ने इसकी दुहाई दी तो उसे टैंपो चालक की बदमिजाजी का सामना करना पड़ता है। जानकारों के मुताबिक अब तक टैंपो-टैक्सी किराए में दो से तीन रुपए की गिरावट हो जानी चाहिए थी।

कहां से कहां तक कितना किराया

मुंडेरा से धूमनगंज- 5 रुपए

सुलेमसराय- 7 रुपए

पानी की टंकी- दस रुपए

कचहरी- 12 रुपए

स्टेशन से दारागंज- 12 रुपए

रसूलाबाद से रामबाग- 17 रुपए

म्योहाल से रामबाग- 10 रुपए

कचहरी से गोविंदपुर- 12 रुपए

दाम बढ़ने पर रेट बढ़ा, इसके बाद घटाया नहीं

दरअसल, एक साल पहले यूपीए गवर्नमेंट में डीजल के दाम बढ़ने पर टैंपो-टैक्सी यूनियन ने नई रेट लिस्ट जारी की थी। इसमें प्रत्येक रूट का किराया चार से पांच रुपए तक बढ़ाया गया था। इसके बाद फिर इनके दाम घटाने पर विचार नहीं हुआ, जबकि डीजल के रेट लगातार गिर रहे हैं। उधर पब्लिक भी इसको लेकर विरोध कर रही है। लोगों का कहना है कि उनसे जबरन अधिक पैसे वसूले जा रहे हैं। शहर से रूरल के लिए चलने वाली मैजिक का किराया भी काफी ज्यादा है। उदाहरण के तौर पर कचहरी से दादूपुर (45 किमी दूर)<सोमवार को एक बार फिर पेट्रोल और डीजल के दाम कम हो गए। केंद्र में नई सरकार बनने के बाद यह सिलसिला लगातार चला आ रहा है। हर महीने ईधन के दामों में गिरावट जारी है। बावजूद इसके पब्लिक को कहीं से राहत मिलती नहीं दिख रही। इतना सब होने के बाद भी न तो टैंपो-टैक्सी का किराया कम हुआ और न ही माल भाड़े में कमी आई। ट्रेवल एजेंसियां भी मनमाने तरीके से पब्लिक से किराया वसूल कर रही हैं।

डीजल में आठ तो पेट्रोल में क्ख् रुपए से अधिक की गिरावट

अगस्त में केंद्र सरकार के गठन के बाद से अब तक डीजल के दाम चार बार घट चुके हैं। सबसे पहले क्9 अक्टूबर ख्0क्ब् को फ्.फ्7 रुपए प्रति लीटर की गिरावट हुई थी। तब से लेकर अब तक डीजल 8.ब्म् रुपए तक कम हो चुका है। इसके अलावा पेट्रोल के दाम में आठ बार कमी की जा चुकी है। कुल मिलाकर पेट्रोल अब तक क्ख्.ब्7 रुपए प्रति लीटर सस्ता हो चुका है। वर्तमान में इलाहाबाद में पेट्रोल म्7.90 रुपए और डीजल भ्भ्.भ्भ् रुपए में बिक रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आने वाले दिनों में ईधन के दामों और गिरावट के कयास लगाए जा रहे हैं।

फिर भी टैंपो-टैक्सी वालों का मीटर डाउन नहीं

पेट्रो पदार्थो के दामों में गिरावट के बावजूद शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सस्ता नहीं हुआ है। अभी भी एक साल पुराना किराया वसूला जा रहा है। उदाहरण के तौर पर शहर में एक से दूसरे कोने मे जाने के लिए क्भ् से ख्भ् रुपए तक खर्च करने पड़ सकते हैं। इसी साल मार्च में कचहरी से मुंडेरा के बीच टैंपो का किराया क्ख् रुपए था और आज भी यही है। डीजल के दामों में दस रुपए तक गिरावट आने के बाद भी किराए पर असर नहीं पडा। अगर किसी सवारी ने इसकी दुहाई दी तो उसे टैंपो चालक की बदमिजाजी का सामना करना पड़ता है। जानकारों के मुताबिक अब तक टैंपो-टैक्सी किराए में दो से तीन रुपए की गिरावट हो जानी चाहिए थी।

कहां से कहां तक कितना किराया

मुंडेरा से धूमनगंज- भ् रुपए

सुलेमसराय- 7 रुपए

पानी की टंकी- दस रुपए

कचहरी- क्ख् रुपए

स्टेशन से दारागंज- क्ख् रुपए

रसूलाबाद से रामबाग- क्7 रुपए

म्योहाल से रामबाग- क्0 रुपए

कचहरी से गोविंदपुर- क्ख् रुपए

दाम बढ़ने पर रेट बढ़ा, इसके बाद घटाया नहीं

दरअसल, एक साल पहले यूपीए गवर्नमेंट में डीजल के दाम बढ़ने पर टैंपो-टैक्सी यूनियन ने नई रेट लिस्ट जारी की थी। इसमें प्रत्येक रूट का किराया चार से पांच रुपए तक बढ़ाया गया था। इसके बाद फिर इनके दाम घटाने पर विचार नहीं हुआ, जबकि डीजल के रेट लगातार गिर रहे हैं। उधर पब्लिक भी इसको लेकर विरोध कर रही है। लोगों का कहना है कि उनसे जबरन अधिक पैसे वसूले जा रहे हैं। शहर से रूरल के लिए चलने वाली मैजिक का किराया भी काफी ज्यादा है। उदाहरण के तौर पर कचहरी से दादूपुर (ब्भ् किमी दूर) जाने वाली मैजिक में प्रत्येक सवारी का 35 रुपए लिया जा रहा है।

ट्रेवल एजेंसियों ने भी नहीं दी राहत

किराए पर चार पहिया वाहन देने वाली टूर एंड ट्रेवल एजेंसियों ने भी अभी तक अपने दाम नहीं घटाए हैं। ये एजेंसियां सात से 12 रुपए प्रति किमी के हिसाब से किराया वसूल रही हैं। और तो और, मौजूदा लगन के सीजन में ग्राहकों से जरूरत पड़ने पर इससे भी ज्यादा देने पड़ रहे हैं। ट्रेवल एजेंसी के ओनर प्रदीप गुप्ता कहते हैं कि हम मार्च की लिस्ट के हिसाब से किराया ले रहे हैं। अब आने वाले मार्च में नए रेट डिसाइड होंगे। वह यह भी तर्क देते हैं कि जब डीजल के दाम बढ़ रहे थे तब हमने रेट नहीं बढ़ाए थे। शायद यही कारण है कि डीजल के रेट बार-बार घटने के बावजूद ट्रेवल एजेंसियां रेट घटाने का नाम नहीं ले रही हैं।

किस गाड़ी का कितना किराया फिक्स (प्रति किमी के हिसाब से)

<जाने वाली मैजिक में प्रत्येक सवारी का फ्भ् रुपए लिया जा रहा है।

ट्रेवल एजेंसियों ने भी नहीं दी राहत

किराए पर चार पहिया वाहन देने वाली टूर एंड ट्रेवल एजेंसियों ने भी अभी तक अपने दाम नहीं घटाए हैं। ये एजेंसियां सात से क्ख् रुपए प्रति किमी के हिसाब से किराया वसूल रही हैं। और तो और, मौजूदा लगन के सीजन में ग्राहकों से जरूरत पड़ने पर इससे भी ज्यादा देने पड़ रहे हैं। ट्रेवल एजेंसी के ओनर प्रदीप गुप्ता कहते हैं कि हम मार्च की लिस्ट के हिसाब से किराया ले रहे हैं। अब आने वाले मार्च में नए रेट डिसाइड होंगे। वह यह भी तर्क देते हैं कि जब डीजल के दाम बढ़ रहे थे तब हमने रेट नहीं बढ़ाए थे। शायद यही कारण है कि डीजल के रेट बार-बार घटने के बावजूद ट्रेवल एजेंसियां रेट घटाने का नाम नहीं ले रही हैं।

किस गाड़ी का कितना किराया फिक्स (प्रति किमी के हिसाब से)

इंडिका- सात रुपए

इनोवा- क्ख् रुपए

टवेरा- क्0 रुपए

स्विफ्ट- 8 रुपए

स्कार्पियो- दस रुपए

यही हालात रहे तो मुश्किल होगा महंगाई को रोकना

लगभग यही हालात माल भाड़े के भी हैं। यहां भी पब्लिक और व्यापारियों से ट्रांसपोर्टर पुराने रेट ही वसूल रहे हैं। मुंडेरा सब्जी मंडी के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा कहते हैं कि डीजल की तर्ज पर ट्रकों का किराया भी कम हो जाए तो फल, सब्जी और अनाज सस्ते बिक सकते हैं। वह बताते हैं कि पंजाब से आने वाली क्भ् टन आलू का भाड़ा भ्भ् से म्0 हजार रुपए वसूला जा रहा है। यानी एक किलो के चार रुपए वसूले जा रहे हैं। जालौन से आने वाले माल के क्फ् से क्ब् हजार रुपए लिए जा रहे हैं। यहां तक कि महज बनारस(क्फ्0 किमी। दूर) पांच टन माल भेजने के लिए व्यापारियों को ब्भ्00 से भ्000 रुपए भाड़ा देना पड़ रहा है। व्यापारियों ने कई बार ट्रांसपोर्टर्स से किराए में कमी किए जाने की बात की लेकिन निर्णय नहीं लिया गया। उधर ट्रांसपोर्टर्स का तर्क है कि टायर के दाम बढ़ गए हैं। लेकिन, असलियत में डीजल दस रुपए तक सस्ता हुआ है।

फैक्ट फाइल

- अगस्त से अब तक डीजल के दाम आठ और डीजल के दाम चार बार कम हो चुके हैं।

- डीजल अब तक 8.ब्म् और पेट्रोल क्ख्.ख्7 रुपए प्रति लीटर सस्त हो चुका है।

- इलाहाबाद में डीजल की मौजूदा कीमत- भ्भ्.भ्भ् रुपए प्रति लीटर

पेट्रोल की मौजूदा कीमत- म्9.90 रुपए प्रति लीटर

- आपकी बात सही है। पिछले कुछ महीनों में लगातार डीजल के दाम घटे हैं। हमारी ओर से एसोसिएशन की मीटिंग बुलाने की प्लानिंग चल रही है। इस विषय पर चर्चा कर टैंपो-टैक्सी का किराया कम कराने की कोशिश की जाएगी।

विनोद चंद्र दुबे, अध्यक्ष, टैंपो-टैक्सी यूनियन