नगर आयुक्त ने दिए निर्देश, अपर नगर आयुक्त जुटे जांच में, कमेटी अधूरी

BAREILLY: नगर निगम के फ्यूल फ्रॉड की जांच में हो रही हीलाहवाली पर किरकिरी झेल रहे निगम एडमिनिस्ट्रेशन ने आखिरकार अधिकारियों की लापरवाही पर कड़ाई बरती है। नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह ने मंडे को अपर नगर आयुक्त को एक हफ्ते में इस फर्जीवाड़े का खुलासा करने और जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा है। ख्फ् जनवरी को निगम में डीजल के खेल का खुलासा होने के सवा महीने बाद तक इस घोटाले पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस देरी की वजह से निगम एडमिनिस्ट्रेशन पर भी इस फर्जीवाड़े को शह देने और दोषियों को बचाने के आरोप भी लगने लगे हैं।

अधूरी कमेटी करेगी जांच

फ्यूल फ्रॉड के फर्जीवाड़े का खुलासा करने को नगर आयुक्त की ओर से फ्क् जनवरी को तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी। इसमें अपर नगर आयुक्त, नगर स्वास्थ्य अधिकारी और जलकल के इंजीनियर शामिल थे। कमेटी गठित होने के तीन हफ्ते बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने खुद को कमेटी से अलग करते हुए नगर आयुक्त को लेटर भेजा था। नगर आयुक्त ने न तो इस अपील को मंजूरी दी और न ही किसी नए मेंबर को कमेटी में अप्वॉइंट किया। वहीं अपर नगर आयुक्त ने एक हफ्ते में डीजल घोटाले की रिपोर्ट देने की बात कही है।