पिछले साल से वैरिफिकेशन नहीं

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। एसपीएस सिंधू ने थर्सडे को किला गैराज का इंस्पेक्शन किया। जांच में उन्होंने निगम की 21 गाडिय़ों में दिसंबर 2012 से रेगुलर लॉग बुक में एंट्री दर्ज ना होने का मामला पकड़ा। वहीं पिछले पांच महीनों से इन गाडिय़ों के वैरिफिकेशन ना किए जाने की भी बात सामने आई। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने मुख्य सफाई इंस्पेक्टर से बारे में सवाल किए तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।

लाखों रुपए का डीजल गोल

निगम में स्वास्थ्य विभाग के तहत कूड़ा उठाने, प्लांट में काम करने और सफाई में यूज होने वाली गाडिय़ों की संख्या करीब 110 है। इनमें 40 टेंपो, 30 टै्रक्टर्स, 12 बड़े कैरियर और 12 मशीनें भी शामिल हैं। इन्हें चलाने के लिए हर दिन करीब 1500-1600 लीटर डीजल दिया जाता है। इसके लिए निगम को करीब 75 हजार रुपए पर डे खर्च करने पड़ते हैं। बिना वेरिफिकेशन व लॉग बुक में इंट्री से पर मंथ लाखों के डीजल का गोलमाल कर चोरी से बेचा जा रहा है।

'निगम की गाडिय़ों की रेगुलर लॉग एंट्री न होने और वैरिफिकेशन न कराए जाने पर कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। सैटरडे को सभी गाडिय़ों की लॉग बुक जांच के लिए मंगाई गई हैं। दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी। ' - डॉ। एसपीएस सिंधू, नगर स्वास्थ्य अधिकारी