- सोवामर की रात बांसगांव एरिया के मसूरिया गांव में हुई घटना

- दो पक्ष हुए आमने सामने, पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप

- एक आरोपी के घर पर भीड़ ने हमला बोल की तोड़फोड़, फोर्स तैनात

<- सोवामर की रात बांसगांव एरिया के मसूरिया गांव में हुई घटना

- दो पक्ष हुए आमने सामने, पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप

- एक आरोपी के घर पर भीड़ ने हमला बोल की तोड़फोड़, फोर्स तैनात

GORAKHPUR:

GORAKHPUR: बांसगांव एरिया में दलित किशोरी और उसकी छोटी बहन के साथ गैंग रेप के प्रयास की घटना ने सोमवार देर रात से लेकर मंगलवार की सुबह तक अच्छा-खासा तनाव पैदा कर दिया। घटना से नाराज पीडि़त पक्ष के लोगों ने आरोपी युवकों के घर हमला बोल तोड़फोड़ किया। दूसरे पक्ष के लोगों ने भी इस पर जवाबी कार्रवाई की तो बवाल की स्थिति पैदा हो गयी। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन ने रातों-रात गांव में भारी संख्या में फोर्स तैनात की दी।

खेत में युवकों ने दबोचा

बांसगांव एरिया के मसूरिया गांव निवासी एक दलित परिवार के लोग एक वैवाहिक समारोह में शामिल होने के लिए दूर गए थे। घर में सिर्फ सिर्फ किशोरी और उसकी छोटी बहन ही मौजूद थीं। अंधेरा होने के बाद बड़ी बहन नेचुरल कॉल के लिए घर से कुछ दूरी पर खेत में अकेले पहुंची। वहां से पहले मौजूद चार-पांच युवकों ने किशोरी को दबोच लिया और उसके साथ जोर-जबरदस्ती करने लगे। युवकों ने उसका मुंह भी बंद कर दिया था। किसी तरह उसने मुंह छुड़ाया और शोर मचाना शुरू किया।

छोटी बहन को भी पकड़ा

आवाज सुन छोटी बहन मदद के लिए खेत में दौड़े पहुंची। युवकों ने मामला बिगड़ता देख उसकी बहन को भी दबोच लिया। इस जोर-जबरदस्ती में बड़ी बहन के कपड़े भी बुरी तरह से फटे गये और वह अर्धनग्न अवस्था में पहुंच गई। हालांकि छोटी बहन किसी तरह खुद को युवकों के चंगुल से छुड़ाने में सफल हो गई और दौड़ते हुए पड़ोसियों के घर पहुंची।

पब्लिक जुटी तो भागे मनबढ़

किशोरी के शोर मचाने पर पड़ोस के दो लड़के मदद के लिए खेत की ओर दौड़े। लेकिन खेत में मौजूद मनबढ़ युवकों ने उसकी भी पिटाई कर दी। इधर, छोटी बहन की पुकार पर दलित बस्ती के और लोग एकठ्ठा होने लगे और आरोपियों को घेरना शुरू किया तो वो बड़ी बहन को छोड़ भाग निकले। रोती-बिलखती बड़ी बहन ने जब पूरी कहानी बस्ती के लोगों को सुनाई तो उनका आपा खो गया। लोगों ने आरोपियों के घर पर रात में ही धावा बोल तोड़फोड़ शुरू कर दी।

गांव पहुंची पुलिस फोर्स

आरोपियों के घर तोड़फोड़ के दौरान दूसरे पक्ष ने भी खेमेबंदी शुरू की। मामला गरमाते देख किसी ने पुलिस को फोन पर सूचना दी। रेप और बवाल की सूचना मिलते ही बांसगांव पुलिस एक्टिव हो गई। अतिरिक्त फोर्स भी त़ुरंत गांव में भेजी गई। लोगों को किसी तरह समझा-बुझा का शांत कराया गया लेकिन पीडि़त पक्ष के लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। गांव में छिपे दो आरोपी युवकों को पुलिस ने खोज निकाला और थाने ले पहुंची। किशोरी के पिता ने देर रात दो युवक सोनू और इश्तियाक के खिलाफ नामजद तहरीर दी।

परेशान कर रहा था आरोपी

किशोरी के परिजनों ने पुलिस को बताया कि मुख्य आरोपी शादीशुदा सोनू की सोहबत अच्छी नहीं है। वह दोनों बहनों को कई दिनों से परेशान कर रहा था। लेकिन लोकलाज और गरीबी के कारण वो शांत बैठे थे। इससे आरोपी का मन बढ़ता चला गया। सोमवार की रात उसने अपने दोस्तों के साथ मिल कर उनकी बड़ी बेटी के साथ दुष्कर्म की कोशिश की।

उलटा आरोप मढ़ा

आरोपी पक्ष के युवकों ने पुलिस को बताया कि किशोरी का एक युवक से प्रेम संबंध है और दोनों खेत में छुप के मिलते हैं। प्रेमी ने ही उन्हें चैलेंज दिया था कि वह उन्हें कभी मिलते नहीं पकड़ सकता। इस पर किशोरी की निगहबानी शुरू हुई। पड़ोस में रहने वाले एक युवक ने ही सूचना दी थी कि वह घर से अकेले निकली है। मौके पर प्रेमी के साथ रंगे हाथ पकड़े जाने पर किशोरी ने उलटा आरोप लगाया है।

निर्देश दरकिनार, अपने ढर्रे पर गोरखपुर पुलिस

छेड़खानी, रेप जैसे संगीन मामलों में गोरखपुर पुलिस का खुद ही न्यायाधीश की भूमिका अख्यिार करने का क्रम जारी है। बांसगांव के केस में भी पीडि़त परिवार ने दुष्कर्म के प्रयास की बात कही लेकिन पुलिस ने छेड़खानी, मारपीट और एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया। पुलिस के मुताबिक ये सिर्फ छेड़खानी की घटना थी जिसे दूसरा रंग देने का प्रयास किया गया है। कोर्ट और महिला आयोग की स्पष्ट गाइडलाइन है कि पीडि़त पक्ष की शिकायत पर तत्काल मुकदमा दर्ज किया जाए और उसका बयान ही मुकदमा का आधार होगा। इसके बावजूद पुलिस सहजनवां में रेप के मामले में छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर खेल कर चुकी है क्योंकि आरोपी पक्ष के लिए एक सफेदपोश ने पैरवी की। बांसगांव के केस में भी पुलिस ने कुछ इसी तरह का खेल दिखाया है।

ये सामान्य छेड़छाड़ की घटना है। मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। गांव में तनाव को देखते हुए एहतियात के तौर पर पर्याप्त फोर्स तैनात कर दी गई है। समय रहते पुलिस ने दो पक्षों में तनाव को काबू कर लिया। अब स्थिति सामान्य है।

बृजेश यादव, एसओ, बांसगांव