- बरातियों से भरी बस में फैला था करंट

- आसपास के खेतों में पड़े मिले थे घायल

आगरा। हाईटेंशन लाइन का तार टूटकर बस की छत पर गिरने के बाद बस में करंट फैल गया। हर ओर चीख पुकार मचने लगी। जान बचाने को लोग बस से कूदने लगे। करीब सात मिनट में बस में सवार सभी बराती बाहर आ गए। मगर, इसके बाद काफी देर तक घायलों की तलाश हुई। इसके बाद उन्हें प्राइवेट वाहनों गाडि़यों से अस्पताल भेजा गया।

100 से अधिक थे सवार

ताजगंज के धांधूपुरा से कागारौल के लोरिया गांव में पहुंची बरात की बस में करीब 100 से अधिक लोग थे। इसमें सवार कान्हा ने बताया कि रात 10.46 बजे बस में करंट लगने से आग लग गई। इसके बाद लोग बस से उतरने शुरू हो गए। युवा और बुजुर्ग बस के दरवाजे से उतर रहे थे। जबकि बच्चों को युवाओं ने बस के शीशे तोड़कर बाहर निकाला। इस तरह रात 10.53 तक बस पूरी तरह खाली हो गई। चारों ओर चीख-पुकार मच रही थी। एक दूसरे के बारे में भी पता नहीं था।

मदद को आगे आए ग्रामीण

ग्रामीण बरातियों की मदद को आगे आए। सभी बरातियों को एक जगह इकट्ठा किया। उनकी गिनती की तो कुछ कम निकले। इसके बाद बस के आसपास के खेतों में तलाश की। कुछ घायल पास में ही पड़े थे। जबकि धांधूपुरा निवासी दीपक नहीं मिला। परिजनों ने उसके मोबाइल पर कॉल की तो उसने कॉल रिसीव कर ली। वह चरी बोलकर शांत हो गया। इसके बाद कुछ नहीं बोला। बरातियों ने उसकी बस के पास एक चरी के खेत में तलाश की तो वह जख्मी हालत में पड़ा मिल गया। सभी घायलों को अपनी कारों से अस्पताल तक पहुंचाया।

वापस लौटी बारात

हादसे के बाद कोई बराती दुल्हन के घर की ओर नहीं गया। बस के जलने के बाद दुल्हन के परिजनों ने बरातियों को ट्रैक्टर-ट्रॉली से वापस धांधूपुरा भेज दिया। रात ढाई बजे वे अपने घर पहुंचे।

बिजलीघर पर बस पकड़ने की मिली सूचना

बरातियों के पहुंचने से पहले दूल्हे और उनके परिजन गाडि़यों से लोरिया में पहुंच चुके थे। बस में करंट लगने के बाद उन्हें पहले बिजलीघर पर बस पकड़ने की सूचना मिली थी। उन्हें लगा कि बदमाशों ने बस को लूटने का प्रयास किया है। इसलिए गांव से लोग डंडे लेकर दौड़ पड़े। थोड़ी दूर चलते ही उन्हें बस जलती हुई दिख गई।