- बीआरडी मेडिकल कॉलेज का मामला

- 500 का नोट न लिए जाने पर तीमारदार और कर्मचारी में विवाद

- सूचना पर पहुंचे अधिकारी ने मामले को कराया शांत

GORAKHPUR: पुराने नोट बदलने को लेकर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के पर्ची काउंटर पर जमकर बवाल हुआ। कर्मचारी के पुराने नोट लेने से इनकार करने पर विवाद हो गया। लाइन में खड़े एक तीमारदार ने हंगामा करना शुरू कर दिया। उसके पास वर्ष 2005 से पहले का 500 का नोट था। कर्मचारी का कहना था कि ये नोट चलन में नहीं हैं, उसे पहले ही बंद कर दिया गया था। तीमारदार युवक हंगामा करते हुए कर्मचारी को बाहर निकलने की धमकी देने लगा। सूचना पर पहुंचे एसआईसी ने झगड़ा शांत कराया।

समझाने पर भी नहीं माना

कुशीनगर का रहने वाला रमेश कुमार बुधवार सुबह पर्ची काउंटर पर पर्ची कटवाने पहुंचा। इस दौरान उसने पांच सौ का एक पुराना नोट कर्मचारी को दिया। कर्मचारी ने पुराने नोट का हवाला देते हुए वापस कर दिया। आरोप है कि इस बात पर युवक कर्मचारी से उलझ गया। कर्मचारी ने उसे समझाने का प्रयास किया लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुआ और हंगामा करने लगा। विवाद होने के कारण पर्ची काउंटर पर कार्य रुक गया।

यूजर चार्ज काउंटर पर भी परेशानी

ओपीडी में आने के बाद जांच के लिए यूजर चार्ज जमा करने में भी फुटकर की समस्या आ रही है। इस काउंटर पर भी अक्सर कर्मचारियों और मरीजों के बीच विवाद हो रहा है। उधर काउंटर पर तैनात कर्मचारियों का कहना है कि लोग पांच सौ व हजार के नोट ही लेकर पहुंच रहे हैं। यही वजह है कि फुटकर की समस्या बनी रहती है। उनका कहना है कि मरीजों के पास फुटकर पैसे रहते हैं लेकिन वह देना नहीं चाहते हैं।

वर्जन

काउंटर पर फुटकर की समस्या है। इसकी जानकारी आने वाले लोगों को भी है। अगर वे अपने बैंक अकाउंट में पैसा जमाकर निकासी करें तो कुछ हद तक समस्या दूर हो जाएगी।

- डॉ। एके श्रीवास्तव, एसआईसी बीआरडी