- अपर नगर आयुक्त के ऑफिस में जमकर हंगामा, हाथापाई - टैक्स पेयर के साथ पहुंचे अधिवक्ता मोबाइल लूट व मारपीट का लगाया आरोप GORAKHPUR: नगर निगम अपर नगर आयुक्त का कार्यालय मंगलवार को अखाड़ा बन गया। अधिवक्ता और अपर नगर आयुक्त के बीच नाम परिवर्तन व टैक्स जमा करने को लेकर खूब बहसो-तकरार हुई। इस बीच कार्यालय में वहां मौजूद लोगों के साथ ही कर्मचारियों का जमावड़ा लग गया। इसकी जानकारी जैसे ही नगर निगम पुलिस चौकी को हुई वह फौरन मौके पर पहुंच गए और मामले की जानकारी लेने के बाद माहौल को शांत कराने में लग गए। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद किसी तरह से लोगों ने मामला शांत हो सका। इस बीच खूब नारेबाजी भी हुई। इसकी जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस अफसर भी पहुंच गए और मामले को शांत करवाया। बात के बाद हॉट-टॉक मंगलवार को 4.10 बजे एक अधिवक्ता अपने टैक्स पेयर कलानी के रहने वाले सैदुल्ला के साथ नगर निगम पहुंचे। यहां से सीधे अपर नगर आयुक्त कार्यालय में दाखिल हुए। उन्होंने अपर नगर आयुक्त दीपक कृष्ण सिन्हा से मुलाकात की। टैक्स पेयर का नाम परिवर्तन और टैक्स जमा करने को लेकर दोनों के बीच बातचीत होने लगी। इसी दौरान बात बिगड़ गई और दोनों के बीच हॉट-टॉक शुरू हो गई। तभी एक अनजान व्यक्ति बीच में कूदा तो मामला और बिगड़ गया। नौबत हाथा-पाई तक आ गई। खबर सुनकर कुछ ही मिनटों में नगर निगम कर्मचारी व अधिवक्ताओं की भीड़ एकत्र हो गई। करीब आंधे घंटे तक हंगामा चलता रहा। इतना ही नहीं दोनों तरफ से हाथापाई भी हुई। यह देख मौके पर मौजूद लोग बीच बचाव करने लगे। भीड़ को ऑफिस से किसी तरह बाहर निकाला गया। बॉक्स - 14 माह से नहीं चेंज हुआ नाम वहां मौजूद लोगों की मानें तो कलानी के रहने वाले सैदुल्लाह का करीब 14 माह से टैक्स जमा नहीं हो सका है। उनकी निगम के रिकॉर्ड में नाम चेंज कराना था। इसके लिए वह 14 माह से दौड़ लगा रहे थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। नगर निगम के जिम्मेदार इस टेबल से उस टेबल और कभी आज तो कभी कल पर टालकर मामले को लटकाए हुए थे। काफी समय के बाद जब उनका मामला सॉल्व नहीं हो सका, तो उन्होंने अधिवक्ता की मदद ली। मंगलवार को अधिवक्ता पीडि़त को लेकर अपर नगर आयुक्त के पास पहुंचे, जिसके बाद इतना बवाल हो गया। जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह गलत है। जिस समय वह कार्यालय में पहुंच। मैं सरकारी कार्य कर रहा था। उन्होंने अशब्द भाषा प्रयोग किया और हमारे ऊपर हमला का प्रयास किया गया। कार्यालय में बैठे प्रत्यक्षदर्शी इसके गवाह हैं। दीपक कृष्ण सिन्हा, उपर नगर आयुक्त टैक्स पेयर का 14 माह से नाम परिवर्तन नहीं हुआ था। पीडि़त टैक्स जमा करने के लिए ऑफिस का चक्कर लगा रहा था। लेकिन टैक्स जमा नहीं हो पाया। पीडि़त काफी समय से परेशान था इसलिए अपर नगर आयुक्त के पास पहुंचा। अधिकारी की शह पर मेरा मोबाइल छीन लिया गया और मारपीट की गई। इस प्रकरण की जांच कराई जाए। उपेंद्र धर दुबे, कनिष्ठ उपाध्यक्ष जिला अधिवक्ता एसोसिएशन