- रजिस्ट्रार और वीसी की लड़ाई से था कन्वोकेशन को खतरा

- शांति से निपटा कन्वोकेशन, अब इन दोनों पर होगा फैसला

- रजिस्ट्रार के पक्ष में राजभवन से भी हो सकता है फैसला

- एबीवीपी दस दिसंबर को कर सकती है रजिस्ट्रार का समर्थन

रूद्गद्गह्मह्वह्ल: सीसीएस यूनिवर्सिटी में कन्वोकेशन शांति से निपट गया। जहां वीसी और रजिस्ट्रार की लड़ाई को लेकर कन्वोकेशन में गड़बड़ी की बड़ी आशंका जताई जा रही थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। वीसी ने मौजूदा रजिस्ट्रार की जगह प्रभारी रजिस्ट्रार खड़े किए। कन्वोकेशन शांति से निपट गया, लेकिन अब वीसी और रजिस्ट्रार की लड़ाई का अंत होना है। जहां कन्वोकेशन में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होने से यूनिवर्सिटी की इज्जत बच गई, वहीं अब इस बात पर सवाल खड़े हो गए हैं कि यहां कुर्सी पर रहेगा कौन?

कन्वोकेशन को लेकर थी अड़चनें

यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव से पहले वीसी और रजिस्ट्रार की लड़ाई शुरू हुई थी। एक तरफ छात्र संघ चुनाव थे तो दूसरी ओर यूनिवर्सिटी में कन्वोकेशन प्रोग्राम। रजिस्ट्रार और वीसी की इस लड़ाई से सभी को कन्वोकेशन में गड़बड़ी की आशंका लग रही थीं। इसके साथ ही कर्मचारियों की हड़ताल भी एक बड़ा कारण दिखाई दे रहा था। रजिस्ट्रार मनोज कुमार को ज्वाइनिंग के लिए शासन से आदेश भी आए, लेकिन इनको मानने से वीसी ने इनकार कर दिया। रजिस्ट्रार अपनी कुर्सी पर बने हुए थे तो वीसी उनको ज्वाइनिंग देने से इनकार करते रहे।

कन्वोकेशन में दिखा असर

वीसी की ओर से अब तक रजिस्ट्रार मनोज कुमार के अलावा तीन और प्रभारी रजिस्ट्रार बनाए जा चुके हैं, जिनमें सबसे पहले डीआर प्रभाष द्विवेदी को लाया गया, इसके बाद डीआर डॉ। देवराज सिंह को और कन्वोकेशन के दौरान हिंदी के प्रोफेसर एनसी लोहानी को प्रभारी रजिस्ट्रार बनाकर पेश किया गया। कन्वोकेशन खत्म हो गया और रजिस्ट्रार की कुर्सी को लेकर फिर पंगा होना लाजमी है। जहां रजिस्ट्रार मनोज कुमार जाएंगे नहीं और वीसी इनको चाहेंगे नहीं। इस लड़ाई का असर कन्वोकेशन में भी नजर आया। जहां मौजूद लोग उनको पूछते हुए नजर आए।

अब रहेगा कौन

अब सवाल दोनों अधिकारियों की मौजूदगी पर खड़ा है। आखिर रहेगा कौन। कन्वोकेशन के बाद राज्यपाल से मिलने वालों में मनोज कुमार के चाहने वाले भी काफी थे। राज्यपाल से मिलने गए एबीवीपी के स्टूडेंट्स ने जो जानकारी उपलब्ध कराई वह वीसी के खिलाफ जाती दिख रही है। राज्यपाल ने दस दिसंबर को एबीवीपी के इस प्रतिनिधि मंडल को लखनऊ राजभवन बुलाया है। जहां दोनों की लड़ाई पर अंतिम फैसला हो सकता है। वहीं दूसरी ओर वीसी के खिलाफ अब सपा छात्र सभा वाले भी खड़े हो गए हैं। जो वीसी और राज्यपाल को किसी भी मंच को राजनीतिक रूप देने का आरोप लगा रहे थे। अब देखना यह बाकी है कि जाएगा कौन।