- पहली बार हाथियों की ह़ुई दावत, सजा दस्तरखान

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LUCKNOW/lakhimpur:

लखीमपुर खीरी स्थित दुधवा नेशनल पार्क में सोमवार को सजाया गया दस्तरखान कुछ खास मेहमानों के इंतजार में था। टोकरियों में रखे फल, गुड़, गन्ने की महक माहौल को खुशनुमा बना रही थी। कुछ ही पलों में इठलाते हुए करीब दो दर्जन हाथी बतौर मेहमान वहां दावत चखने आ गये जिसके बाद तो उनकी लॉटरी ही खुल गयी। सामने रखा केला, अनानास, तरबूज और गुड़ उन्हें बेकाबू कर रहा था। जैसे ही उन्हें इशारा मिला वे इन पर टूट पड़े और छककर दावत का लुत्फ उठाया।

सेहत के लिए कवायद

दरअसल हाथियों की हिफाजत और उनके स्वास्थ्य को लेकर संजीदा हुए दुधवा टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने सोमवार को हाथियों को शानदार दावत दी। ऐसा दुधवा में पहली बार हुआ। हाथियों ने जमकर फल, गन्ना और गुड़ खाया। यह आयोजन पिछले दो दिनों से सलूकापुर रेंज में चल रहे एलीफैंट हेल्थ एंड हैप्पीनेस कैंप का हिस्सा था। साथ ही हाथियों को अब डाइट प्लान के अनुरूप ही भोजन दिया जाएगा। बताते चले कि दुधवा टाइगर रिजर्व के पर्यटन, पेट्रो¨लग और मानव वन्यजीव संघर्ष से निपटने में पालतू हाथियों की विशेष भूमिका रहती है। हाल ही में यहां एक के बाद एक तीन हाथियों की मौत हो चुकी है, जिसमें दो मौतें असामयिक थी। कुछ समय पहले कर्नाटक से दस हाथियों का दल यहां लाया गया था, जिन्हें भीरा वन निगम डिपो के एलीफैंट कैंप में रखा गया है। सोमवार को अधिकारियों ने इन हाथियों को दावत दी। यहां पर फील्ड डायरेक्टर रमेश पांडेय भी मौजूद थे, जिन्होंने दावत की मेजबानी करते हुए उन्हें केले, गन्ना, गुड़ आदि परोसा। बताया कि आगे भी ऐसे आयोजन किए जाएंगे। वन निगम डिपो में रह रहे कर्नाटक के दस हाथियों के अलावा सलूकापुर के 12 और हाथियों को दावत दी गई।

दावत का मेन्यू

हर हाथी को दो किलो लौकी, एक किलो गुड़, दो किलो कद्दू, एक अनानास, एक कटहल, दस किलो केला, दो किलो खीरा और 10 किलो गन्ना खिलाया गया।