गणेश चतुर्थी के दिन पंडालों में विधि विधान से विराजे गए भगवान गणेश जी

महाराष्ट्र लोक सेवक मंडल व करैलाबाग लाल कालोनी सहित दर्जनों स्थानों पर छाया उल्लास

ALLAHABAD: बड़े से लेकर छोटे पंडालों और घरों में गणपति बप्पा मोरया, गणपति बप्पा मोरया। इस जयकारे की गूंज शुक्रवार को शहर के एक छोर से लेकर दूसरे छोर तक में सुनाई दी। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को पूजा पंडालों में ढोल नगाड़ों व थाप के बीच विधि विधान से भगवान गणेशजी की मूर्तियां स्थापित की गई। मूर्ति स्थापना के साथ ही तीन सितम्बर तक गणपति महोत्सव का उल्लास भक्तों के बीच दिखाई देगा।

षोडशोपचार पूजन के साथ स्थापना

महाराष्ट्र लोक सेवक मंडल में पूर्वान्ह 11 बजे आचार्य सोम जी शास्त्री व विरेन्द्र शास्त्री की अगुवाई में षोडशोपचार पूजन के साथ भगवान गणेशजी की मूर्ति स्थापित की गई। श्री गणपति महोत्सव एवं शोभायात्रा समिति द्वारा करैलाबाग लाल कालोनी में अखिलेश सहाय की देखरेख में सुबह दस बजे भव्य पंडाल में भगवान को विराजा गया तो शाम को मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने गजानन की आरती उतारी। सार्वजनिक गणेश महोत्सव समिति के संयोजक आशीष पांडेय की देखरेख में पुराना बैरहना में आचार्य कौशलेन्द्र मिश्रा ने मूर्ति स्थापना की और भगवान को मेवा व लड्डू का भोग लगाया।

सुभाष पूजा गणेश महोत्सव समिति की ओर से मम्फोर्डगंज में मूर्ति स्थापना की गई तो शाम को वरिष्ठ पत्रकार रतन दीक्षित ने भगवान की आरती उतारी। मलाकराज स्थित शिव पार्क में गणपति बप्पा मोरया के जयकारे के बीच वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मूर्ति की स्थापना की गई। भक्तों ने गणपति वंदना की मनमोहक प्रस्तुति की। महाराष्ट्रीय महोत्सव समिति द्वारा दारागंज स्थित मुख्यालय में मेवा व काजू के लड्डू का भोग लगाकर भगवान की आरती उतारी गई।