- अमीनाबाद के राजा की प्रतिमा का विसर्जन

- विसर्जन यात्रा में दिखी हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल

LUCKNOW :

हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश देते हुए अमीनाबाद के राजा का 28वां गणेशोत्सव बुधवार को प्रतिमा विसर्जन के साथ सम्पन्न हो गया। अमीनाबाद चौराहे पर गणपति को 101 गोले दागकर विदाई दी गई।

निकली शोभायात्रा

प्रतिमा विसर्जन से पहले आकर्षक रथ पर शोभायात्रा निकाली गई। जिसकी सजावट मोहम्मद परवेज ने की। सभी धर्म के लोगों ने विसर्जन यात्रा का स्वागत किया। पूजा के संयोजक अतुल अवस्थी ने बताया कि अटल थीम पर शहर में यह अपनी तरह का पहला आयोजन था। यहां कार्यक्रम के दौरान देश भक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया गया। सात दिवसीय उत्सव के समापन पर हवन हुआ और फिर शुरू हुई शोभायात्रा। शोभा यात्रा में भक्त घंटा, घडियाल, ढोल, नगाड़े बजाते चल रहे थे। शोभायात्रा का आकर्षण भारत माता, छत्रपति शिवाजी, गणपति, शिव शंकर-पार्वती, दुर्गा मां का झांकियां थीं। शोभायात्रा के दौरान लोगों को क्लीन लखनऊ का संदेश भी दिया गया। शोभायात्रा अमीनाबाद, नजीराबाद, कैसरबाग, परिवर्तन चौक होते हुए झूलेलाल घाट पहुंची। जहां गोमा में राजा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया।

खूब लगे जयकारे

मकबूलगंज में चल रहे गणेशोत्सव का भी बुधवार को समापन हो गया। डॉ। दीक्षित चौराहे पर गणपति का विधि-विधान से पूजन किया गया और फिर विसर्जन यात्रा शुरू हुई। विसर्जन यात्रा में भक्त ढोल-नगाड़े के साथ श्रीगणेश के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे।

बाक्स

दरबार में उमड़े भक्त

झूलेलाल वाटिका में चल रहे शहर के सबसे बड़े गणेश उत्सव में बुधवार को काफी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे। आचार्य कमलेश पांडेय ने पूरे विधि विधान से दुर्वाभिषेक पूजन सम्पन्न कराया। श्री गणेश प्राकट्य कमेटी की ओर से चल रहे गणेशोत्सव में भजनों के अलावा नृत्य नाटिकाएं भी प्रस्तुत की गई। नृत्य नाटिका में राजस्थान के प्रसिद्ध करनी मां मंदिर को मंच पर साकार किया गया। वहीं लोगों को स्वच्छता अभियान से जुड़ने का संदेश भी दिया गया।