-गणेशोत्सव के लिए पूजा मण्डलों व समितियों ने तैयारियों को दिया अंतिम रूप

-सात दिन तक चलने वाले उत्सव में पूजा-पाठ संग होंगे कई कल्चरल प्रोग्राम

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गणपति बप्पा मोरया के जयघोष के बीच 25 अगस्त शुक्रवार से गणेशोत्सव की शुरुआत देश में हर तरफ हो जायेगी। कहीं तीन दिन तो कहीं सात दिन तक चलने वाले इस उत्सव का काशी में भी खूब रंग चढ़ने लगा है। पूरा शहर बप्पा के स्वागत की तैयारियों में जुटा हुआ है। शुक्रवार को गणेश चतुर्थी के साथ शुरू हो रहे गणेशोत्सव में शहर के कई पूजा पंडालों में विघ्नहर्ता का विधि विधान से पूजन होगा। साथ में कई तरह के कल्चरल प्रोग्राम का भी आयोजन किया जाएगा। बप्पा के आगमन को लेकर गुरुवार को घरों में भी लोग देर रात तक तैयारियों में जुटे रहे।

होंगे धार्मिक आयोजन भी

गणेश चतुर्थी से शुरू होने वाले गणेशोत्सव का आयोजन शहर में कई पूजा समितियां और सेवा मण्डल करते हैं। पूजा समितियों की ओर से पूरे सात दिन तक चलने वाले इस उत्सव में कई तरह के सांस्कृतिक, शैक्षणिक और धार्मिक आयोजन होते हैं। शहर में कुछ पूजा समितियां अपने स्थापना के 100 वर्ष से अधिक पूरे कर लेने पर जोश के साथ गजानंद के स्वागत की तैयारियों में जुटी रहीं।

ये हैं मुख्य समितियां

- नूतन बालक गणेशोत्सव समाज सेवा मंडल, फड़नवीस का वाड़ा दुर्गाघाट

-श्री काशी गणेशोत्सव कमेटी, मंगल भवन आंग्रे का वाड़ा

- श्रीवल्लभराम शालिग्राम सांग्वेद विद्यालय, रामघाट

- शारदा भवन गणेशोत्सव अगस्त्यकुंडा

- श्री रामतारका आन्ध्रा आश्रम, मानसरोवर

- लोकमान्य सार्वजनिक श्री गणेशोत्सव, घासी टोला

- काशी मराठा गणेशोत्सव समिति, नीचीबाग

- श्री काशी विश्वनाथ नवदश गणपति महोत्सव, श्री विद्या मंदिर मच्छोदरी