एक्सक्लूसिव

- फ्रांसिसी प्रेसिडेंट के नौका विहार के लिए गंगा में वाटर लेवल बढ़ाने की तेयारी

- दो चरणों में बुलंदशहर स्थित नरौरा डैम से आएगा पानी ताकि गंगा दिखे लबालब

पीएम मोदी के साथ बनारस आ रहे फ्रांसिसी प्रेसिडेंट इमैनुअल मैक्रों के मेहमान नवाजी में केन्द्र सरकार कोई कमी छोड़ना नहीं चाहती। लिहाजा उनके बनारस भ्रमण के दौरान हर नजारे को स्पेशल लुक देने की हर कोशिश चल रही है। ताजा खबर ये है कि गंगा के नौका विहार के दौरान नदी के लुक को और रीच करने के लिए एक अलग ही इंतजाम होने का जा रहा है जो पहले कभी नहीं हुआ। मैक्रों को गंगा की लहरों में ज्यादा रवानी दिखे इसके लिए बुलंदशहर स्थित नरौरा डैम से ढेर सारा पानी मंगाने की तैयारी है।

अभी कम है वाटर फ्लो

बता दें कि 12 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रेसिडेंट मैक्रो को गंगा में नौका विहार करना है। लेकिन गंगा में पानी का लेवल कम होने के साथ नालों से निकलने वाले अपजल से प्रदूषित भी है। प्रवाह कम होने के कारण ही गंगा में कई जगह वाटर लेवल काफी कम है और कुछ फीट नीचे की रेत के टीले बने पड़े हैं। विदेशी मेहमान के सामने गंगा के स्थिति की पोल न खुले इसलिए गंगा के लेवल को बढ़ाने के लिए शासन से प्रशासन स्तर तक प्रयास हो रहा है।

मेहमान से पहले आएगा पानी

अधिकारियों की माने तो 12 मार्च तक गंगा की फ्लो बढ़ाने के लिए और कानपुर बैराज में 113 मीटर के लेवल को बनाए रखने के लिए नरौरा से 378 क्यूसेक पानी सोमवार को रिलीज किया जा चुका है। हालांकि अभी शुक्रवार को एक बार फिर बड़ी मात्रा में नरौरा डैम से एक बार फिर पानी छोड़ा जाएगा जो 12 मार्च तक कानपुर होते हुए बनारस तक पहुंच जाएगा।

प्रदूषण की भी चिंता

गंगा में बड़े नालों से गिरते अपजल को कुछ घंटे के लिए बंद करने पर विचार चल हो रहा है। निगम के लिए ऐसा करना बड़ी चुनौती है। अगर नाला बंद किया गया तो कई एरिया के सीवर ओवर फ्लो की समस्या बढ़ सकती है। अगर पानी का फ्लो तेज होगा तो गंगा में गिरते नालों को कुछ हद तक छिपाया जा सकता है।

मार्च में ही देखने लगा गंगा में रेत का टीला

गंगा का जलस्तर में लगतार कमी आ रही है। जिसके चलते गंगा घाटों से दूर हो रही है। वही गंगा की बीच धारा में रेत के टीले दिख रहे है। गर्मी अभी पूरी तरह से आया भी नहीं है। जानकारों की माने तो ऐसी स्थिति मई जून में भी नहीं होती जो मार्च ही हो गई है। वहीं गंगा विशेषज्ञ अब गंगा में बढ़ते प्रदूषण से ज्यादा घटते जलस्तर को लेकर चिंतित हैं। विशेषज्ञों की माने तो गंगा में पानी की कमी की वजह से गंगा के डाइलूशन क्षमता कम हो रही है।

पीएम मोदी अपने विदेशी मेहमान को तो अविरल और निर्मल गंगा दिखा देंगे। लेकिन उनके जाने के बाद स्थिति फिर से वैसी ही हो जाएगी। ऐसे में जरुरत हैं कि इस प्रॉसेस को कन्टीन्यूव किया जाए। ताकि इसकी अविरलता हमेशा बनी रहे।

प्रो। बीडी त्रिपाठी, बीएचयू