-खास मेहमानों की स्वागत के लिए हो रही जबरदस्त तैयारी

-घाट से लेकर शहर की सड़कों को किया जा रहा साफ-सुथरा

-ठेला-खुमचा वालों को खदेड़ा

VARANASI

पीएम मोदी के साथ बनारस आ रहे फ्रांसिसी प्रेसिडेंट इमैनुअल मैक्रों के स्वागत की तैयारियां तेज हो गई हैं।

दुनिया के आधुनिकतम देशों में शामिल देश के राष्ट्राध्यक्ष को दुनिया की प्राचीनतम नगरी का ऐसा नजारा देखने को मिलेगा कि वो अभिभूत हुए बिना नहीं रह सकेंगे। बनारस को विदेशी मेहमान के सामने बेहतरीन दिखाने के लिए प्रशासनिक अमला जी-जान से जुटा। हर उस एरिया को चमकाया जा रहा जहां से उन्हें गुजरना है। सड़क से लेकर घाट तक की सफाई दिन-रात हो रहा है। हालांकि कुछ ऐसी भी बदसूरती है जिसे खूबसूरत नहीं बनाया जा सकता है। इसे छुपाने की कोशिश भी लगातार जारी है।

नजर नहीं आएगी खामी

पीएम मोदी के साथ फ्रांस से आ रहे खास मेहमान प्रेसिडेंट मैक्रों को गंगा घाट का शानदार नजारा दिखाने के लिए अस्सी से आनंदमई घाट को चमका दिया गया है। दशाश्वमेध व शीतला घाट की सफाई और उसे दुरुस्त करने का काम 24 घंटे चल रहा है। घाटों पर गंदगी की सबसे बड़ी वजह छुट्टा पशुओं को हटाया जा रहा है। दो दिन पहले ही नगर निगम ने 500 से ज्यादा पशुओं को कांजी हाउस भेजा था। हालांकि अभी भी गोदौलिया से दशाश्वमेध तक छुट्टा पशु डेरा जमाएं हुए हैं।

तैयार हो रही रोड

पीएम मोदी और प्रेसिडेंट मैक्रो जिस रोड से अस्सी घाट पर जाना है, उसे बनाने के लिए सरकारी अमला रात-दिन एक किये हुए है। दशाश्वमेध घाट से नदेसर जाने वाली रोड पर जो गड्ढे थे उन्हें ठीक किया जा रहा है। जाएगा। सड़क पर दुकान लगाने वाले सब्जी विक्रेताओं और ठेला, खुमचा वालों को हटाया जा रहा है।

कुछ दिखाएंगे कुछ छुपाएंगे

12 मार्च को पीएम मोदी और फ्रांसिसी प्रेसिडेंट मैक्रों गंगा में अस्सी घाट से दशाश्वमेध घाट तक नौका विहार करेंगे। इनके आने में अब दो दिन ही रह गए है। ऐसे में अफसरों की नींद उड़ी हुई है। दो दिन में हर व्यवस्था को दुरुस्त करना चुनौती भरा है। घाटों से गंदगी तो हटायी जा रही है। लेकिन कुछ घाटों पर दरकती सीढि़यां और गंगा किनारे पत्थरों के अंबार को हटाना मुश्किल है। इसे छुपाने की जुगत लगायी जा रही है।

जमे हैं भिखारी

दशाश्वमेध लेकर अस्सी घाट तक लगने वाली दुकानें और ठेला, खुमचे वालों को तो एक सप्ताह पहले ही हटा दिया गया। लेकिन भिखारी अब तक डटे हुए हैं। उनका हटाया जा रहा है लेकिन बार-बार लौट आ रहे हैं।