बोले अश्रि्वनी लोहानी, रेलवे खुद कराएगा धनबाद-चंद्रपुरा वैकल्पिक लाइन का निर्माण - कोल इंडिया मदद करे या न करे, रेलवे अपने खर्च पर निर्माण कराने को तैयार - शिवपुरी-टोरी लाइन का काम 2018 तक हो जाएगा पूरा ------------ जागरण संवाददाता, रांची : रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्रि्वनी लोहानी ने कहा कि धनबाद में घंटों रुकनेवाली गंगा सतलज एक्सप्रेस जो लखनऊ, हरिद्वार-अयोध्या तक जाती है, इसका विस्तार रांची तक किया जा सकता है। उन्होंने डीआरएम वीके गुप्ता से इस पर अध्ययन करने के लिए कहा। उन्होंने निर्देश दिया कि यदि संभव हो तो इस दिशा में आगे की कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि रेलवे जोनल वाली समस्या का भी समाधान किया जाएगा। ट्रेनों के ठहराव के बाबत कहा कि सभी ट्रेनों का ठहराव हर स्टेशन पर संभव नहीं है। यदि ऐसा किया गया तो एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों में अंतर समाप्त हो जाएगा। मुरी में भी रुकेगी राजधानी रांची-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का ठहराव जल्द ही मुरी स्टेशन में किया जाएगा। कहा कि नक्सल समस्याएं भी रेल परियोजनाओं में बाधक बनती हैं, फिर भी योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाई जाएगी। सभी के साथ समन्वय स्थापित कर मंथन किया जा रहा है.चेयरमैन हटिया ऑफिसर गेस्ट हाउस में शुक्रवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिवपुरी-टोरी लाइन के निर्माण को लेकर मॉनीट¨रग की जा रही है। इसे अप्रैल 2018 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके उद्घाटन समारोह में मै दोबारा झारखंड आऊंगा। कहा कि धनबाद-चंद्रपुरा रेललाइन के वैकल्पिक मार्ग के लिए आठ दिसंबर को कोल इंडिया के साथ बैठक बुलाई गई है। इस लाइन के निर्माण में कोल इंडिया मदद करे या न करे, रेलवे अपने खर्च पर ही यात्रियों की सहूलियत को देखते हुए रेललाइन का निर्माण करवाएगा। मौके पर एडीआरएम विजय कुमार, नए एडीआरएम अजीत कुमार यादव, सीनियर डीसीएम मानस रंजन आचार्य, सीनियर डीओएम नीरज कुमार, मंडल सुरक्षा आयुक्त महेश्वर सिंह, सीनियर डीपीओ राजेंद्र अग्रवाल, सीनियर डीइएन समन्वय विशाल आनंद सहित कई उपस्थित थे। -------------- रेलवे मेन्स यूनियन ने सौंपा ज्ञापन दक्षिण पूर्व रेलवे मेन्स यूनियन रांची रेलमंडल के प्रतिनिधि मंडल ने लोहानी को रेल कर्मियों की मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा। इसमें रांची मंडल के रेलवे कॉलोनियों व कार्यालयों में पेयजल की समुचित व्यवस्था करने, सभी मंडल के रेलवे कॉलोनियों की सुरक्षा व रख-रखाव में ध्यान देने, रांची, मुरी और बानों में सामुदायिक भवन बनाने, रांची रेलमंडल में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने सहित कई मांगें की गई। ------------