-नमामि गंगे प्रोजेक्ट्स से 40 लाख रुपए हुए मंजूर

-सोमवार को खुलेंगे टेंडर, पहले नहीं आया कोई सामने

-सूबे का पहला थीम पार्क होगा लच्छीवाला पिकनिक स्पॉट में

DEHRADUN: दून से करीब क्ख् किमी दूर हरिद्वार रोड पर स्थित लच्छीवाला पिकनिक स्पॉट में आपको गंगा का साक्षात अवतरण नजर आएगा। जहां गंगा में पाए जाने वाले न केवल तमाम जीव-जंतु भी नजर आएंगे। बल्कि गंगा की महत्ता के बारे में जानकारी मिलेगी।

ब्0 लाख रुपए हुए हैं मंजूर

लच्छीवाला पिकनिक स्पॉट में हर साल हजारों की तादाद में देश-विदेश के पर्यटक घूमने के लिए पहुंचते हैं। जहां वे घने प्राकृतिक नजारों के बीच प्रकृति का आनंद लेते हैं और पास में ही भीषण गर्मी के दौरान देवपुरा नहर में ठंडे पाने में अट्ठखेलियां कर गर्मी से राहत पाते हैं। पिछले साल लच्छीवाला पार्क में ही बटरफ्लाई पार्क का निर्माण भी हुआ है। लेकिन एक बार फिर से लच्छीवाला पिकनिक स्पॉट में अब 'गंगा थीम पार्क' का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए तैयारियां पूरी हो गई हैं। बाकायदा इसके लिए ब्0 लाख रुपए की मंजूरी भी मिल चुकी हैं।

थीम पार्क को कल होंगे टेंडर

वन विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार नमामि गंगे के तहत सूबे में थीम पार्क का निर्माण किया गया जाता था। जिसके लिए ब्0 रुपए मंजूर किए गए थे। इसी क्रम में वन विभाग ने लच्छीवाला में थीम पार्क के निर्माण को मंजूरी दी। हालांकि थीम पार्क बनाने को लेकर शुरुआत में दून सोसाइटी मैनेजमेंट कमेटी को इसका निर्माण कार्य करना था, लेकिन बाद में अधिकारियों ने सोसाइटी पर भरोसा न जताते हुए प्राइवेट संस्था से थीम पार्क निर्माण को मंजूरी दी। इसके लिए एक बार टेंडर भी आमंत्रित किए गए, लेकिन टेंडर में कोई नहीं पहुंच पाया। ऐसे में एक बार फिर से नमामि गंगे योजना के तहत अब आगामी ब् सितंबर सोमवार को टेंडर आमंत्रित किए जा रहे हैं।

जलीय जीव जंतु भी नजर आएंगे

शुरुआत में लच्छीवाला पिकनिक स्पॉट के लिए डीएफओ देहरादून पीके पात्रो द्वारा थीम पार्क के लिए प्रजेंटेशन दिया गया था। इस थीम पार्क में गंगा के किनारे कैसी जड़ी-बूटियां पाई जाती हैं। गंगा में कैसे जलीय वन्य-जीव पाए जाते हैं और गंगा का कहां-कहां से अवतरण होता है, थीम पर पार्क विकसित किया जाएगा। गंगा के उद्गम स्थान को फाउंटेन के जरिए दिखाए जाएगा।

ऊंची भगवान शिव की मूर्ति भी दिखेगी

लच्छीवाला पार्क में जहां गंगा थीम पार्क का निर्माण होगा। वहां बड़ी शिव प्रतिमा भी नजर आएगी। इसके अलावा योग साधना के लिए योगा पार्क भी तैयार होगा। बताया गया है कि पार्क में ही बहने वाली नहर से पानी की निकासी की जाएगी और वापस पानी उसी नहर में छोड़ दिया जाएगा।